नूरपुर उपचुनाव: दंगल से पहले बिरादरियों के 'दलदल' में साइकिल
सभी बिरादरियों से दावेदारों की लंबी फेहरिस्त होने के कारण सपा हाईकमान अभी तक प्रत्याशी पर फैसला नहीं ले पाया है, जबकि नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
मेरठ (जेएनएन)(शिवानंद राय)। नूरपुर उपचुनाव के दंगल में फूलपुर व गोरखपुर का इतिहास दोहराने का ख्वाब पाल रही सपा, प्रत्याशी के चयन में ही बिरादरियों के दलदल में फंसी गई है। सभी बिरादरियों से दावेदारों की लंबी फेहरिस्त होने के कारण सपा हाईकमान अभी तक प्रत्याशी पर फैसला नहीं ले पाया है, जबकि नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सपा हाईकमान भगवा गढ़ को फतह करने के लिए जिताऊ उम्मीदवार की तलाश कर रहा है।
नूरपुर विधानसभा के उपचुनाव के लिए गुरुवार से अखाड़ा सजकर तैयार है, लेकिन दंगल के पहलवान पर्दे में हैं। नूरपुर सीट भगवा का गढ़ है। पिछले दो बार से भाजपा के विधायक लोकेंद्र चौहान ने जीत का पताका फहराया, लेकिन सड़क हादसे में उनकी मौत के बाद सीट पर उपचुनाव हो रहा है। सपा गठबंधन की बदौलत चुनाव जीतने की तैयारी में है, लेकिन दावेदारों की लंबी फेहरिस्त ने मुश्किल खड़ी कर दी है। नूरपुर सीट पर पिछले बार सपा से प्रत्याशी रहे नईमुलहसन, नूरपुर के पूर्व चेयरमैन इरशाद अंसारी, जिलाध्यक्ष अनिल यादव, कुंतेश सैनी, एक पूर्व मंत्री सहित कई ने प्रमुख रूप से दावेदारी की है। इसके अलावा कई अन्य दलों के नेता भी अंदरखाने अपनी दावेदारी हाईकमान से कर रहे हैं। हालांकि सपा हाईकमान ने अभी प्रत्याशी पर निर्णय नहीं लिया है। सपा हाईकमान के सामने सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि वह ¨हदू कार्ड खेले या मुस्लिम। दरअसल, सीट पर करीब तीन लाख मतदाताओं में 1.30 लाख मुस्लिम मतदाता है। इस वजह से मुस्लिम दावेदारों की मजबूत दावेदारी है। वहीं सपा के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि सीट पर ¨हदू कार्ड से सपा जीत हासिल कर सकती है। ओबीसी के प्रत्याशी को टिकट देने का लाभ पार्टी को मिल सकता है। ठाकुर, मुस्लिम, सैनी आदि बिरादरियों से दावेदारी के कारण हाईकमान पशोपेश में हैं। सपा जिलाध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि जल्द ही हाईकमान से प्रत्याशी पर फैसला हो जाएगा। दावेदारों ने लखनऊ में डाला डेरा
नूरपुर उपचुनाव में सपा के दावेदारों ने पिछले कई दिनों से लखनऊ में डेरा डाल रखा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि सपा कार्यकारिणी की बैठक न होने से फैसला नहीं हो सका है। संभावना है कि जल्द ही कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के प्रत्याशी के नाम की घोषणा की जाएगी। इसको लेकर सपा के कुछ क्षेत्रीय नेता कई दिनों से लखनऊ में जमे हुए हैं।