Lockdown लंबा नहीं चला तो दिसंबर तक पूरा तैयार होगा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे: नितिन गडकरी Meerut News
सड़क परिवहन मंत्री ने वर्चुअल जागरण राउंड टेबल कार्यक्रम में भरोसा दिया कि यदि लॉकडाउन लंबा नहीं चला तो महत्वाकांक्षी दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम दिसंबर तक पूरा हो जाएगा।
मेरठ, जेएनएन। केंद्रीय एमएसएमई व सड़क परिहवन मंत्री नितिन गडकरी ने वर्चुअल जागरण राउंड टेबल कार्यक्रम में बताया कि यदि लॉकडाउन लंबा नहीं चला तो महत्वाकांक्षी दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। कतिपय कारणों और भूमि मिलने में हुई दिक्कतों की वजह से इसमें विलंब हुआ है लेकिन अब किसी किस्म की कोई अड़चन नहीं है। इसके इसी वर्ष दिसंबर तक पूर्ण होने की पूरी उम्मीद आप कर सकते हैं, हालांकि यह इसके पहले भी तैयार हो सकता है।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का हाल
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर काम गति नहीं पकड़ सका है, खासकर चौथे चरण में ग्रीन फील्ड यानी डासना से मेरठ के बीच का काम प्रभावित है। यह देखते हुए कि मानसून में बस डेढ़ माह शेष है, अगर अभी काम तेजी से शुरू नहीं हुआ तो अगले तीन महीने फिर कुछ नहीं हो सकेगा। वैसे भी यह प्रोजेक्ट देरी से चल रहा है, इसे 2019 में ही पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन कई बार बढ़ी तिथियों के बाद भी इसे पूरा नहीं किया जा सका है। चार चरणों में आकार लेने वाले इस एक्सप्रेस-वे की चरणवार स्थिति इस प्रकार है..
विकास के अधिकतर प्रोजेक्ट का लक्ष्य बढ़ा
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे समेत कई विकास के प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य अब छह माह बढ़ा दिया गया है। वित्त मंत्री की घोषणा के बाद यह स्पष्ट हो गया। हालांकि यह भी परिस्थितियों पर निर्भर करेगा। सभी प्रोजेक्ट को छह माह का अतिरिक्त समय मिलेगा यह जरूरी नहीं है। आइटी पार्क अब हैंडओवर होने की स्थिति में है। आवागमन सामान्य होते ही यहां पर थोड़ा कार्य जो बचा है उसे एक या दो महीने में पूरा कर लिया जाएगा। ऐसे में इस प्रोजेक्ट को ज्यादा से ज्यादा तीन महीने का ही अतिरिक्त समय मिलेगा। वित्त मंत्री ने यह भी कहा है कि कार्य को देखकर लक्ष्य का समय बढ़ेगा। एनएच-235 भी तैयार हो चुका है उसका कुछ ही कार्य शेष है ऐसे में कार्य का निरीक्षण के बाद शायद उसे भी तीन माह से अधिक समय न मिले। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के लिए छह माह का अतिरिक्त समय संजीवनी का कार्य करेगा। यह प्रोजेक्ट वैसे भी कई बाधाओं की वजह से पिछड़ चुका है। रैपिड रेल वैसे भी 2023 से चलेगी ऐसे में उसके लक्ष्य का अभी तात्कालिकता से कोई सरोकार नहीं है।
एक नजर
पहला चरण : सराय काले खां से यूपी गेट तक। यह चालू हो चुका है।
दूसरा चरण : यूपी गेट से डासना तक। इसका काम जारी है।
तीसरा चरण : डासना से हापुड़ तक। यह चालू हो चुका है।
चौथा चरण : डासना से मेरठ तक 32 किलोमीटर का बिलकुल नया निर्माण। अभी इसका लगभग एक तिहाई काम बाकी।