Delhi-Meerut Expressway: नितिन गडकरी ने किया दावा, दिसंबर तक तैयार हो जाएगा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे
नितिन गड़करी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए ये दावा किया है कि दिसंबर 2020 तक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे का काम पूरा हो जाएगा। इस दौरान चार चरण में काम होगा।
मेरठ, जेएनएन। केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दावा किया है कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे दिसंबर 2020 में पूरा कर दिया जाएगा। मेरठ से दिल्ली तक पूरा 82 किमी का एक्सप्रेस-वे। दावा तो कार्यदायी कंपनी व एनएचएआइ भी लगातार यही करते रहे हैं पर इस समय तक कार्य पूरा करना बेहद चुनौती पूर्ण है। वैसे तो यह एक्सप्रेस-वे चार चरणों में बन रहा है पर यदि सीधे मेरठ से दिल्ली जाने के नजरिये से देखें तो हम तीन चरण से होकर दिल्ली पहुंचते हैं।
मेरठ से डासना तक के हिस्से को चौथा चरण कहा गया है जो अभी इतना भी नहीं बन पाया है कि आपातकालीन स्थिति में वाहन निकाले जा सकें। डासना से यूपी तक के हिस्से को दूसरा चरण कहा गया है। इस पर काम भी चल रहा है और वाहन भी चल रहे हैं। यूपी गेट से निजामुद्दीन तक के हिस्से को पहला चरण कहा गया है। इसका उद्घाटन काफी पहले ही प्रधानमंत्री कर चुके हैं। इन चार चरणों में ही शामिल है चरण नंबर तीन, जो डासना से हापुड़ तक बना है। इसका भी उद्घाटन काफी पहले हो चुका है।
Delhi-Meerut Expressway will be completed by December 2020. It will further ease traffic and reduce pollution in Delhi/NCR. The aerial video gives us the glimpse of its ongoing and completed work. #PragatiKaHighway pic.twitter.com/TEqX0N0VHI— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) August 30, 2020
चरण और उसकी प्रगति
पहला चरण : निजामुद्दीन से यूपी गेट
-उद्घाटन हो चुका है।
-8.72 किमी दूरी। छह लेन का एक्सप्रेस-वे और आठ लेन का हाईवे पहले से ही है।
दूसरा चरण : यूपी गेट से डासना
-85 फीसद काम पूरा हुआ है, इसकी पुरानी रोड पर आवागमन जारी है।
-छह लेन का एक्सप्रेस-वे निर्माणाधीन है। एनएच-24 पहले से ही है।
-19.20 किमी दूरी।
तीसरा चरण : डासना से हापुड़
-उद्घाटन हो चुका है।
-छह लेन का एक्सप्रेस-वे बना है। एनएच-24 पहले से ही है।
-लंबाई 22.23 किमी।
चौथा चरण : डासना से मेरठ
-78 फीसद काम हुआ है। पूरी तरह से नया भाग बन रहा है। डासना में एलिवेटेड स्ट्रक्चर व परतापुर में इंटरचेंज मुख्य चुनौती है।
-छह लेन का ग्रीनफिल्ड एक्सप्रेस-वे
-32 किमी लंबाई।
कुछ खास बिंदु
82 किमी है दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे की कुल दूरी
04 चार चरणों में बनाया जा रहा है यह एक्सप्रेस-वे
02 चरण हो चुके हैं पूरे, पहला निजामुद्दीन से यूपी गेट व तीसरा डासना से हापुड़
19.20 किमी है दूसरे चरण यूपी गेट से डासना तक की दूरी
32 किमी है चौथे चरण मेरठ से डासना तक की दूरी जिस पर सबसे ज्यादा चुनौती
ये चुनौतियां नहीं आसान पर इरादा है बुलंद
दिसंबर तक काम पूरा करना है, लेकिन बारिश का मौसम है इसलिए बारिश का सामना करना पड़ रहा है। इसमें बड़ी बात यह है कि एनएचएआइ के मानक में बारिश की अलग से छूट नहीं दी जाती। जबकि पीडब्ल्यूडी में तीन महीने तक जीरो कंस्ट्रक्शन का समय दिया जाता है। मेरठ से डासना तक की मुख्य चुनौती यह है कि जैसे ही बारिश होती है रास्ता बंद हो जाता है क्योंकि यह पूरी तरह से खेतों के रास्ते परतापुर तक लाया जा रहा है। कोई पुरानी रोड भी नहीं है। आसपास के गांवों के रास्तों का भी ज्यादा उपयोग नहीं हो पाता। ऐसे में काम रुक जाता है।
डासना में एलिवेटेड स्ट्रक्चर बन रहा है उसी के साथ रेलवे ओवरब्रिज भी जुड़ा हुआ है। यहां पर एनएच-24 यानी डासना में जिस स्थान पर रोड मिलाई जा रही है उसे भी एलिवेटेड स्ट्रक्चर बनाकर दोनों तरफ जोड़ा गया है, इसलिए भी समय लग रहा है। क्योंकि अधिकांश प्रोजेक्ट सीधे तौर पर दूसरे प्रोजेक्ट से जोड़ दिए जाते हैं। उसके बाद चुनौती है परतापुर तिराहे का इंटरचेंज। इसके स्ट्रक्चर तो लगभग पूरे हो गए हैं पर इससे संबंधित रोड नहीं बनाई जा सकी है न ही मिट्टी का भराव हो पाया है। डासना तक करीब 10 स्ट्रक्चर बीच में ऐसे हैं जिसे दोनों तरफ से मिट्टी भराव करके जोड़ा जाना है। एलिवेटेड स्ट्रक्चर को मिलाकर अभी कुल सात स्ट्रक्चर निर्माणाधीन हैं।