रात 10 बजते ही लाउडस्पीकर से एलान, सब लोग घर चले जाएं
ाइट कर्फ्य के पहले दिन रात 10 बजते ही पुलिसकर्मी सड़क पर निकल आए।
मेरठ,जेएनएन। नाइट कर्फ्य के पहले दिन रात 10 बजते ही पुलिसकर्मी सड़क पर निकल आए। लाउडस्पीकर से लोगों को घर जाने की अपील की गई। काफी लोगों ने जानकारी नहीं होने की बात कही तो उनको चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। देखते ही देखते सभी बाजार और रेस्तरां भी धीरे-धीरे बंद करा दिए गए।
बेगमपुल, जीरो माइल, बच्चा पार्क, हापुड़ अड्डा चौराहा, सेंट्रल मार्केट और दिल्ली रोड पर पुलिस की गाड़यिां घूमती रहीं। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि 10 बजते ही पुलिस ने कर्फ्यू के आदेश का पालन कराया गया। पहले दिन नरमी बरती गई। शुक्रवार से सख्ती से नाइट कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराया जाएगा।
पहले दिन बताते, दूसरे दिन लागू करते
जिस वक्त पुलिसकर्मी नाइट कर्फ्यू की बात कहते हुए बाजार और दुकानों को बंद करा रहे थे, तब लोग कह रहे थे कि एक दिन पहले बताना चाहिए था। आज आदेश हुआ और आज ही पालन कराना सही नहीं है। कहीं बंद तो कहीं रही चहल-पहल
कर्फ्यू के आदेश का पालन करने के लिए पुलिस रात 10 बजे ही सड़क पर निकल आई थी। इस दौरान दिल्ली रोड, गढ़ रोड, हापुड रोड पर तो सख्ती का असर दिखाई दिया, लेकिन शहर के भीतरी हिस्सों में चहल-पहल रही। घंटाघर, गोला कुआं, भूमिया पुल पर सख्ती का असर नहीं दिखाई दिया। लोग 10 बजे के काफी देर बाद तक घूमते हुए दिखाई दिए। हालांकि पुलिस की जीप या फिर गाड़ी आती तो इधर-उधर हो जाते थे, लेकिन फिर से सड़क पर आ जाते थे।
बैक पेपर फार्म निरस्त करने पर हंगामा: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में गुरुवार को समाजवादी छात्रसभा के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने वार्षिक की मुख्य परीक्षा के साथ बैक परीक्षा फार्म भरने वाले छात्र- छात्राओं के फार्म निरस्त किए जाने का विरोध किया। उनका कहना था कि विश्वविद्यालय की गलती से फार्म भरे गए हैं, इसमें छात्रों का कोई नुकसान नहीं होना चाहिए। विश्वविद्यालय ने फाइनल ईयर में पास छात्रों के फार्म को निरस्त कर फीस वापस करने के निर्देश दिए हैं। जबकि बैक में फेल छात्रों को भूतपूर्व छात्र के तौर पर परीक्षा देने की अनुमति दी है। छात्रों की मांग है कि सभी छात्रों को बैक परीक्षा देने का मौका मिलना चाहिए। इस दौरान अंशु मलिक, हैविन खान, आदित्य चौधरी, अरुण, अनमोल, अजीत, अभय, विशाल, हर्ष, अंकित आदि मौजूद रहे।