Out of control crime in Baghpat: नए पुलिस अफसर भी नहीं रोक पा रहे बागपत में खून खराबा
नए पुलिस अफसर भी खून खराबा रोकने की परीक्षा में सफल नहीं हो पा रहे है। सड़कों पर बदमाश घूम रहे है। बागपत में आउट ऑफ कंट्रोल हुआ अपराध।
बागपत, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी राज में बागपत में क्राइम आउट ऑफ कंट्रोल हो गया है। नए पुलिस अफसर भी खून खराबा रोकने की परीक्षा में सफल नहीं हो पा रहे है। सड़कों पर बदमाश घूम रहे है। खाकीधारी भी असुरक्षित है। सोमवार को दिनदहाड़े दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के कांस्टेबल मनीष यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मंगलवार की रात ग्राम ढिकौली में बुजुर्ग सत्यपाल को नुकीले हथियार से प्रहार कर मौत की नीद सुला दिया गया। एक सितंबर को लूट के विरोध पर युवक कुलदीप को चाकू मारकर घायल किया गया। एक जनवरी से नौ सितंबर तक 43 लोगों की हत्या हुई। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय खोखर की हत्या के बाद तो नेताओं ने पुलिस अफसरों पर जुबानी हमला किया था। इस घटना पर मुख्यमंत्री ने खुद संज्ञान लिया था। तत्कालीन एसपी अजय कुमार सिंह व एएसपी अनित कुमार सिंह को हटाकर नए एसपी अभिषेक सिंह व एएसपी मनीष कुमार मिश्र की तैनाती की गई थी, लेकिन नए अफसरों भी क्राइम कंट्रोल करने में सफल नहीं हो रहे है।
बैरियर व्यवस्था भी नहीं हो रही कारगर एसपी अभिषेक सिंह ने जनपद में हाईवे व संपर्क मार्गो पर 150 से अधिक स्थानों पर बैरियर लगाए थे, ताकि चेकिंग अभियान चलाकर अपराधियों को पकड़ा जा सके, लेकिन बदमाश पुलिस को खुली चुनौती दे रहे है।
घटना 2020 2019हत्या 43 44दहेज हत्या 10 10 दुष्कर्म 18 17डकैती 1 0 लूट 16 23 चोरी 169 254बलवा 65 55
अपराध कंट्रोल करने का प्रयास जारी प्रयास
एएसपीएएसपी मनीष कुमार मिश्र का कहना है कि जिले में अपराध को कंट्रोल करने का प्रयास किया जा रहा है। कई अपराधी मुठभेड़ में पकड़े जा चुके है। जिन केसों का राजफाश नहीं हुआ है उनको जल्द ही पर्दाफाश किया जाएगा।