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..तो आजमगढ़ के आतंकी बना रहे पश्चिम में नए मॉड्यूल

मेरठ, अमरोहा और हापुड़ में आतंकी गतिविधियों के चलते राष्ट्रीय जाच एजेंसी (एनआइए) की नजर एक बार फिर आजमगढ़ के आतंकियों की तरफ घूम गई है। एनआइए को संदेह है कि आजमगढ़ के फरार आतंकी पश्चिम उप्र में नए मॉड्यूल बना रहे हैं। दरअसल, काफी समय से खून-खराबा कर रहे आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के एक मॉड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम को एनआइए ने क्रेक कर दिया है। इसी के चलते एनआइए ने अब गोपनीय तरीके से आजमगढ़ की तरफ रुख किया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 04:00 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 04:00 AM (IST)
..तो आजमगढ़ के आतंकी बना रहे पश्चिम में नए मॉड्यूल
..तो आजमगढ़ के आतंकी बना रहे पश्चिम में नए मॉड्यूल

मेरठ । मेरठ, अमरोहा और हापुड़ में आतंकी गतिविधियों के चलते राष्ट्रीय जाच एजेंसी (एनआइए) की नजर एक बार फिर आजमगढ़ के आतंकियों की तरफ घूम गई है। एनआइए को संदेह है कि आजमगढ़ के फरार आतंकी पश्चिम उप्र में नए मॉड्यूल बना रहे हैं। दरअसल, काफी समय से खून-खराबा कर रहे आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के एक मॉड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम को एनआइए ने क्रेक कर दिया है। इसी के चलते एनआइए ने अब गोपनीय तरीके से आजमगढ़ की तरफ रुख किया है।

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सितंबर-2008 में दिल्ली के ओखला में बटला हाउस एनकाउंटर हुआ था। इस दौरान देश के कई स्थानों पर सीरियल बम ब्लास्ट किए गए। एनआइए ने धमाकों में आजमगढ़ के 21 संदिग्धों को चिह्नित किया था, जिनमें मोहम्मद खालिद, शादाब बेग, साजिद, डा. शाहनवाज उर्फ मिस्टर, वसीक बिल्ला, अबू राशिद अभी भी फरार हैं। इन पर एनआइए और दिल्ली पुलिस ने 10-10 लाख रुपये इनाम घोषित कर रखा है। कई साल पहले शादाब बेग, मोहम्मद खालिद व जुनैद ने आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन छोड़कर आइएस ज्वाइन कर लिया था। इसके बाद इन्होंने अफगानिस्तान में प्रशिक्षण प्राप्त कर सीरिया में शरण ली। भारतीय जाच एजेंसियों और पुलिस को इन आतंकियों की तलाश है। जुनैद को करीब आठ माह पूर्व इंटरपोल ने नेपाल में गिरफ्तार कर लिया था।

वेस्ट की पगडंडी पर चलकर दिल्ली की चाहत

एनआइए के विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, आतंकी पश्चिम के जरिए दिल्ली में घुसपैठ करने का मंसूबा पाल रहे हैं। आजमगढ़ के आतंकी पश्चिम में अपना नेटवर्क इसलिए मजबूत कर रहे हैं ताकि उन्हें यहां छिपने में सहूलियत रहे। पिछले दिनों पकड़े गए संदिग्धों से पूछताछ के बाद एनआइए को कुछ ऐसे प्रमाण भी मिले हैं, जिनका कनेक्शन आजमगढ़ के आतंकियों से है। इसी के चलते एनआइए कभी भी आजमगढ़ में छापामारी कर सकती है।

इन्होंने कहा--

एनआइए अपना मिशन गोपनीय तरीके से चला रही है। नए मॉड्यूल क्रेक करना ही उसका मकसद है। यह सही है कि लंबे समय से आजमगढ़ के आतंकियों की तलाश की जा रही है।

-राजेश कुमार, एसपी देहात


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