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New Education Policy: उच्च शिक्षा में NCC का बढ़ेगा क्रेज, वैकल्पिक विषय में ले सकेंगे छात्र

नई शिक्षा नीति के तहत एनसीसी के पेपर को 12 क्रेडिट का रखा गया है। एक विषय के तौर पर इसे शुरू करने से एनसीसी की लोकप्रियता और भी बढ़ेगी। छात्र अब इसे वैकल्पिक विषय में ले सकेंगे। इसके चलते छात्रों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Fri, 20 Aug 2021 07:52 PM (IST)Updated: Fri, 20 Aug 2021 07:52 PM (IST)
New Education Policy: उच्च शिक्षा में NCC का बढ़ेगा क्रेज, वैकल्पिक विषय में ले सकेंगे छात्र
ऐसा माना जा रहा है कि एनसीसी को लेकर अब युवाओं में क्रेज बढ़ेगा।

मेरठ, जागरण संवाददाता। New Education Policy मेरठ में विश्वविद्यालय और कालेजों में एनसीसी को लेकर अब युवाओं में क्रेज और बढ़ेगा। नई शिक्षा नीति के तहत एनसीसी को वैकल्पिक विषय में शामिल कर लिया गया है। इस सत्र में एनसीसी लेने वाले छात्र- छात्राएं एक विषय के तौर पर एनसीसी ले सकेंगे।

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मिलेगी यह सुविधा

अभी केवल एनसीसी कैडेटों के लिए यह सुविधा रहेगी। आने वाले समय में अन्य छात्र- छात्राएं भी एनसीसी को एक विषय के तौर पर ले सकेंगे। एनसीसी के पेपर को 12 क्रेडिट का रखा गया है। एक विषय के तौर पर इसे शुरू करने से एनसीसी की लोकप्रियता और भी बढ़ेगी। आरजी पीजी कालेज में एनसीसी की कैप्टन डा. अंजुला राजवंशी का कहना है कि एनसीसी को एक विषय के तौर पर शुरू करने से काफी लाभ होगा। ऐसी छात्राएं जो एकेडमिक में जाना चाहती हैं, वह एनसीसी के माध्यम से भी आगे बढ़ सकेंगी। उनके लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

नई शिक्षा नीति के तहत होंगे प्रवेश

सीसीएसयू मेरठ में बीए, बीएससी, बीकाम में इस सत्र से ही नई शिक्षा नीति लागू रहेगी। इसमें प्रवेश के समय छात्रों को एक संकाय (कला, विज्ञान, कामर्स) आदि का चुनाव करना होगा। छात्रों को तीन मुख्य विषय के अलावा एक माइनर इलेक्टिव पेपर का अध्ययन करना होगा। इस पेपर का चुनाव भी वह अपने संकाय या दूसरे संकाय से कर सकेंगे। छात्रों को इस बार विषय की उपलब्धता के अनुसार विषय परिवर्तन की सुविधा होगी। जिसे वह एक वर्ष के बाद कभी भी कर सकेंगे।

एक साल में मिलेगा सर्टिफिकेट

बीए, बीएससी या बीकाम में प्रवेश लेने वाले छात्र- छात्राएं अगर एक साल यानी दो सेमेस्टर की पढ़ाई करके छोड़ देते हैं तो उन्हें सर्टिफिकेट मिलेगा। दो साल यानी चार सेमेस्टर में डिप्लोमा और छह सेमेस्टर यानी तीन साल में डिग्री मिलेगी।


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