300 करोड़ के गबन में बंद हुआ इंडिपेंडेंट टीवी का नेटवर्क
लाखों की आमदनी का झांसा देकर आम जनता से सैकड़ों करोड़ ठगने वाली कंपनी बाइक बोट के ग्रुप गर्वित इनोवेटर प्रमोटर लिमिटेड से संबंधित इंडिपेंडेंट टीवी नेटवर्क के बंद होने के पीछे भी 300 करोड़ रुपये का खेल बताया जा रहा है।
मेरठ, जेएनएन : लाखों की आमदनी का झांसा देकर आम जनता से सैकड़ों करोड़ ठगने वाली कंपनी बाइक बोट के ग्रुप गर्वित इनोवेटर प्रमोटर लिमिटेड से संबंधित इंडिपेंडेंट टीवी नेटवर्क के बंद होने के पीछे भी 300 करोड़ रुपये का खेल बताया जा रहा है। देश भर में कंपनी के 17 लाख ग्राहक हैं। कंपनी की इस धोखाधड़ी की पोल खुलते ही शुक्रवार को कंपनी के अधिकारी डिस्ट्रीब्यूटरों की मान मनौव्वल करने में जुट गए। वहीं, डिस्ट्रीब्यूटरों ने बैठक करके सोमवार को कंपनी के नोएडा स्थित मुख्यालय पर धरना देने की घोषणा की है।
केबल नेटवर्क प्रदान करने वाली कंपनी इंडिपेंडेंट टीवी का प्रसारण पिछले कई महीने से ठीक से नहीं चल रहा था। बुधवार रात में यह अचानक बंद हो गया। कंपनी का सर्वर ही बंद हो गया। इसके साथ ही मेरठ-सहारनपुर मंडल के 90 हजार उपभोक्ताओं के साथ देशभर में 17 लाख उपभोक्ताओं के टीवी सेट ठप हो गए। उपभोक्ता और डिस्ट्रीब्यूटरों ने हंगामा किया तो शुक्रवार को नेटवर्क बंद होने का सच सामने आया। डिस्ट्रीब्यूटरों ने बताया कि कंपनी में 300 करोड़ का घपला हुआ है। यह पैसा कंपनी के अकाउंट से ट्रांसफर किया गया है।
राजफाश हुआ तो मनाने में जुटे अफसर : इंडिपेंडेंट टीवी का भी बाइक बोट जैसा हाल होने का राजफाश होते ही हंगामा मच गया। कंपनी के अधिकारियों को शायद यह उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्दी पोल खुल जाएगी। लिहाजा शुक्रवार सुबह से ही अफसर गुपचुप तरीके से सुपर डिस्ट्रीब्यूटर और डिस्ट्रीब्यूटरों को शांत करने में जुट गए। सुपर डिस्ट्रीब्यूटर ड्रीम्स ट्रेड विंग के मालिक गौरव टंडन ने बताया कि मेरठ निवासी कंपनी के एक निदेशक ने संपर्क करके मिलने और सबकुछ जल्द ठीक करने का वादा किया। दिन में कई बार उनके मैसेज मिले, लेकिन वह मिलने नहीं आए। गौरव टंडन ने बताया कि उक्त निदेशक ने ही कंपनी में 300 करोड़ के गबन की जानकारी दी। शुक्रवार को कंपनी सीईओ ने सभी निदेशकों की गोपनीय बैठक भी की।
सोमवार को डिस्ट्रीब्यूटर देंगे धरना
सदर बाजार में सुपर डिस्ट्रीब्यूटर के कार्यालय में दोनों मंडलों के 26 डिस्ट्रीब्यूटर जुटे और बैठक की। बैठक में सामने आया कि सभी के लगभग तीन करोड़ रुपये फंसे हैं। गौरव टंडन ने बताया कि डिस्ट्रीब्यूटर सोमवार को कंपनी के नोएडा स्थित कार्यालय पर धरना देंगे। पुलिस, ट्राई और कंपनी मामलों के मंत्रालय में भी शिकायत भेज दी गई है। वहीं कंपनी अधिकारियों के फोन दूसरे दिन भी स्विच ऑफ रहे।
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