दरकते रिश्ते : बागपत में जमीन के लालच में भतीजे ने ही ताऊ की हत्या कर शव गंगनहर में फेंका
पैसे और जमीन के लालच में अपने ही शर्मसार कर रहे हैं। यहां बागपत में पांच बीघा जमीन के लालच में भतीजे ने अपने ताऊ को अगवा कर गला दबाकर हत्या कर दी और साक्ष्य मिटाने के लिए शव मुरादनगर गंगनहर में फेंक दिया। आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
बागपत, जेएनएन। बागपत में पांच बीघा जमीन के लालच में भतीजे ने अपने ताऊ को अगवा कर गला दबाकर हत्या कर दी और साक्ष्य मिटाने के लिए शव मुरादनगर गंगनहर में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर घटना का राजफाश किया है। डौला गांव निवासी 65 वर्षीय किसान हरिओम पुत्र रामकिशन 20 मई की रात नौ बजे घर से घेर जाते समय लापता हो गए थे। परिवार के भतीजे सुनील ने सिंघावली अहीर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
यह है मामला
थाना प्रभारी रवि रतन सिंह ने बताया कि विवेचना के आधार पर 29 मई को गुमशुदगी को अपहरण की धारा में तरमीम कर आरोपित भतीजे राहुल पुत्र वीरेंद्र को शनिवार दोपहर ब्राह्मणपुट्ठी गांव के जंगल से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में राहुल ने बताया कि हरिओम उसके ताऊ थे। जिनके हिस्से में पांच बीघा कृषि भूमि है। 35 वर्ष साल पहले किन्ही कारणों से ताऊ को उनकी पत्नी छोड़कर चली गई थी, तभी से ताऊ दादी के पास रहते थे।
रास्ते में गला दबाया
ताऊ परिवार के ही अपने भतीजे सुनील व अनिल के घेर में जाकर उनका काम देखते थे, जो उसे पसंद नहीं था। उसको लगता था कि तहेरे भाई सुनील व अनिल ताऊ से पांच बीघा जमीन अपने नाम न करा लें। इसलिए 20 मई की रात वह ताऊ हरिओम को ईको कार में बैठाकर मुरादनगर ले गया और रास्ते में हाथ से गला दबाकर हत्या कर दी थी। घटना का किसी को पता न चले, इसलिए शव मुरादनगर गंगनहर में फेंक दिया। आरोपित से घटना में प्रयुक्त कार बरामद हुई है। रविवार को पुलिस ने उसे अदालत से न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। वहीं हरिओम के शव की गंगनहर में तलाश की जा रही है।
दोस्त की कार का इस्तेमाल किया
पुलिस के मुताबिक आरोपित राहुल अपनी बोलेरो गाड़ी चलाता है, लेकिन उसने घटना में अपने दोस्त की ईको कार का इस्तेमाल किया। इसकी भनक स्वजन व दोस्त को भी नहीं लगने दी।
पुलिस की कार्रवाई पर उठ रहे हैं सवाल
पुलिस के राजफाश पर सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि राहुल ने अकेले वारदात को अंजाम दिया और किसी को भनक तक नहीं लगी। लोगों का कहना है कि वारदात में राहुल के साथ कोई ओर भी हो सकता है। शव को राहुल अकेले ठिकाने कैसे लगा सकता है?