नेहरू की गलती ने छीना था कश्मीर का सुकून: वसुंधरा राजे
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35-ए हटाने के बाद देशभर में समर्थन हासिल करने की कड़ी में गुरुवार को राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मेरठ में हुंकार भरी। मेरठ
मेरठ, जेएनएन। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35-ए हटाने के बाद देशभर में समर्थन हासिल करने की कड़ी में गुरुवार को राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मेरठ में हुंकार भरी। चौ. चरण सिंह विवि स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस प्रेक्षागृह में आयोजित प्रबुद्ध गोष्ठी में उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की गलती से देश का मुकुट कहलाने वाला जम्मू कश्मीर विवाद में फंसा। मोदी-शाह ने दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाते हुए इस मुकुट की गरिमा को बचाकर इतिहास रच दिया। अब हर प्रदेश के लोग कश्मीर की वादियों में ठंडी सांस ले सकेंगे।
सीसीएसयू के खचाखच भरे हॉल में लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने कहा कि 1991 में डा. मुरली मनोहर जोशी और नरेंद्र मोदी के साथ जम्मू कश्मीर की यात्रा की। सफर के दौरान चारों ओर सेना के जवान थे। हमें लाल चौक के पास बैरक में ठहराया गया। रातभर गोलियों की आवाज से इलाका दहशत में रहा। आज यह सब कुछ बंद हो गया। वसुंधरा ने कहा कि जम्मू कश्मीर को भारी भरकम बजट मिला। 2018-19 में 90 हजार करोड़ रुपये दिए गए, किंतु ये कहां खर्च हुए। किसी को कोई जानकारी नहीं। अब बजट का एक-एक पैसा विकास के नाम पर खर्च होगा। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को तीन भागों में बांटकर केंद्र सरकार ने समस्याओं का संपूर्ण हल किया है। बड़ी संख्या में मंदिर भी खोले जाएंगे। पूर्व सीएम ने कहा कि वो कश्मीर की समस्या सुनते-सुनते ही बड़ी हुई हैं। निजी बातचीत में कहा कि पीओके पर भी भारत का हक है।
आतंक पर मोदी का ट्रंप कार्ड
पूर्व सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे को यादगार बताते हुए स्पष्ट किया कि ट्रंप आतंक के मसले पर खुलकर भारत के साथ आए हैं। यह देश की बड़ी कूटनीतिक जीत है। पूरी दुनिया ने भारत के पीएम को कौतूहल और भरोसे की नजरों से देखा। कहा कि देश को मोदी और शाह जैसे साहसी और निडर नेतृत्वकर्ताओं की जरूरत थी। इससे पहले सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने भी संबोधित किया। अध्यक्षता क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्वनी त्यागी व संचालन महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल ने किया। अन्याय का गढ़ बन गया था राज्य: सांसद
सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने प्रबुद्ध गोष्ठी में कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सिर्फ एक रियासत के विलय का जिम्मा लिया, और उसका भी अंतरराष्ट्रीयकरण करा बैठे। अन्य सभी रियासतों का विलय सरदार वल्लभ भाई पटेल ने साहस और दूरदर्शिता के साथ कर दिया। कहा कि नेहरू को कश्मीर और अब्दुल्ला परिवार दोनों से मोह था। विशेष का दर्जा देकर भेदभाव और अन्याय की दीवार खड़ी कर दी। कश्मीरी पंडित अपने ही घर में बेगाने हो गए।
एक राष्ट्र में दो संविधान-दो प्रधान अब खत्म: अश्वनी
भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्वनी त्यागी ने कहा कि नेहरू सरकार में मंत्री रहे डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे के विरोध में जान दे दी। उन्होंने एक देश में दो संविधान-दो प्रधान के सिद्धांत को हर स्तर पर खारिज किया। कांग्रेस ने चिढ़कर उनसे अमानवीय व्यवहार किया। मोदी-शाह की जोड़ी ने हमारे संस्थापक डा. मुखर्जी के सपनों को पूरा कर दिखाया।
वसुंधरा ने मुखिया का बढ़ाया सियासी कद
पूर्व सीएम ने सीसीएसयू में संबोधन के दौरान मुखिया गुर्जर को राजस्थान में सक्रिय रहने वाला नेता बताते हुए उनका सियासी कद बढ़ा दिया। इससे पहले दोपहर को सर्किट हाउस में भी वसुंधरा ने मुखिया को सराहा। मुखिया लंबे समय से पश्चिम उप्र की सियासत में सक्रिय हैं, किंतु पार्टी संगठन की ओर से उन्हें खास तवज्जो कभी नहीं मिली।
संयोजक के रूप में पास हुए संजीव और संगठन भी
कार्यक्रम संयोजक व महानगर उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता की मेहनत का असर साफ नजर आया। शहरभर में होर्डिग और बैठकों के अलावा प्रेक्षागृह में बड़ी संख्या में भीड़ पहुंची। पूर्व सीएम वसुंधरा ने विवि में जम्मू कश्मीर से जुड़ी प्रदर्शनी की जमकर सराहना की। दस मिनट की वीडियो की भी सराहना हुई। पूर्व सीएम वसुंधरा, क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्वनी त्यागी और महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल समेत सभी ने संयोजक संजीव गुप्ता को सराहा।
ये रहे शामिल
सांसद राजेंद्र अग्रवाल, धौलपुर सांसद मनोज, क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्वनी त्यागी, विधायक सत्यवीर त्यागी, धौलपुर विधायक शोभा, सत्यप्रकाश अग्रवाल, महानगर संघ चालक विनोद भारती, डा. सोमेंद्र तोमर, जिलाध्यक्ष रवींद्र भड़ाना, महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल, एमएलसी डा. सरोजनी अग्रवाल, संजीव सिक्का, बिजेंद्र अग्रवाल, मुखिया गुर्जर, संजीव गुप्ता, विवेक रस्तोगी, कमलदत्त शर्मा व गजेंद्र शर्मा मंच पर रहे। कार्यकर्ताओं से घिरी रहीं वसुंधरा
वसुंधरा राजे दोपहर करीब सवा एक बजे परतापुर पहुंचीं, जहां महानगर इकाई ने जबरदस्त स्वागत किया। इसके बाद 1.40 बजे सिटी वोकेशनल स्कूल पहुंचीं, जहां भोजन किया। कार्यकर्ताओं से मिलीं। यहां से सर्किट हाउस पहुंची, जहां करीब 30 मिनट तक आराम किया। फिर सीसीएसयू के कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने मेरठ को क्रांतिधरा के साथा करतल ध्वनि वाला शहर भी कहा। शाम पांच बजे के बाद महानगर अध्यक्ष वर्षा कौशिक के घर चाय पर गई, जहां बड़ी संख्या में महिलाओं ने उनके साथ सेल्फी ली। विवि से वर्षा के घर तक उमा चतुर्वेदी, राखी शर्मा, संगीता पंडित, सीमा श्रीवास्तव, शुभम त्यागी, अंजलि गुप्ता, नीता गुप्ता, जैनब नकवी व पुरुषों में वीनस शर्मा, पवन भारद्वाज, अंकुर राणा, शंभू, संदीप रेवड़ी, दीपक शर्मा, गिरीश मोहन, नरेंद्र उपाध्याय, विवेक बाजपेयी समेत कई अन्य शामिल हुए।