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Illegal Books In Meerut: भाजपा नेता के गोदाम में मिलीं किताबों पर NCERT का वाटरमार्क नहीं,जानें-यह क्‍यों जरूरी

मेरठ के परतापुर में एसटीएफ और पुलिस की छापेमारी के दौरान भाजपा नेता संजीव गुप्ता और सचिन गुप्ता के गोदाम में पकड़ी गई एनसीईआरटी की अवैध किताबों पर वाटरमार्क नहीं है।

By Prem BhattEdited By: Published: Mon, 24 Aug 2020 11:30 AM (IST)Updated: Mon, 24 Aug 2020 01:05 PM (IST)
Illegal Books In Meerut: भाजपा नेता के गोदाम में मिलीं किताबों पर NCERT का वाटरमार्क नहीं,जानें-यह क्‍यों जरूरी
Illegal Books In Meerut: भाजपा नेता के गोदाम में मिलीं किताबों पर NCERT का वाटरमार्क नहीं,जानें-यह क्‍यों जरूरी

मेरठ, जेएनएन। भाजपा नेता संजीव गुप्ता और सचिन गुप्ता के गोदाम में पकड़ी गई एनसीईआरटी की अवैध किताबों पर वाटरमार्क नहीं मिला है। जिन कुछ किताबों पर वाटरमार्क मिला हैं जिन्हें जांच के लिए आइआइटी रुड़की की सहारनपुर लैब भेजा जाएगा। वाटरमार्क न होने की जानकारी एनसीईआरटी की इंटेलीजेंस ने पुलिस को दी है। गोदाम को सील करने के बाद पुलिस ने एनसीईआरटी की विजिलेंस टीम को बुलाया था। अधिकारी आशुतोष मिश्र ने टीम के साथ टीएनएसके प्रिंटर्स एंड पब्लिशर्स के गोदाम पर मिली किताबों की जांच की। सामने आया कि टीएनएसके के पास एनसीईआरटी पंजीकृत प्रिंटर्स नहीं है। गोदाम में मिली अधिकांश किताबें एनसीईआरटी के वाटरमार्क पेपर पर नहीं छपी है। पता लगाया जा रहा है कि जिस पेपर पर किताबें छपी हैं वह कितने जीएसएम का है।

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ये है एनसीईआरटी वाटरमार्क

एनसीईआरटी की किताबों की छपाई के लिए जो कागज प्रयोग होता है उस पर एनसीईआरटी का वाटरमार्क होता है। यह वाटरमार्क कागज तैयार होते समय ही लगाया जाता है। कागज तैयार होने के बाद वाटरमार्क का प्रयोग नहीं किया जा सकता। 80 जीएसएम (ग्राम्स पर स्क्वायर मीटर) के कागज में भी वाटरमार्क लग सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो अवैध किताबें 50 जीएसएम के कागज पर छापी जाती है। फर्जीवाड़ा रोकने को किताब के हर पन्ने पर एनसीईआरटी का लोगो वाटरमार्क होता है।

एनसीईआरटी उठाएगा ठोस कदम

फर्जीवाड़ा रोकने के लिए एनसीईआरटी कुछ ठोस कदम उठाने जा रहा है। अब अपनी वेबसाइट पर उन सभी होलसेल एजेंट की सूची जारी करेगा जो अवैध किताबें बेचते पकड़े जाएंगे। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह भी कहा गया है कि सभी स्कूल सुनिश्चित करें कि विद्यार्थी एनसीईआरटी की वही किताबें लें जिनमें वॉटरमार्क हो।

पुलिस की पकड़ से दूर पर फोन पर मौजूद है सचिन

कई टीमें लगाने के बाद भी पुलिस आरोपित सचिन गुप्ता को गिरफ्तार नहीं कर पा रही, लेकिन सचिन पुलिस को चुनौती देते हुए मीडिया से वाट्सएप कॉल पर बात कर रहा है। ऐसी ही एक काल के जरिए सचिन ने पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं कि मेरठ में गोदाम से दो करोड़ अस्सी लाख की किताबें बरामद हुई हैं और पुलिस 35 करोड़ की बता रही है। सचिन का दावा है कि एनसीआईआरटी की एक किताब की कीमत 40 से 60 रुपये तक की है। सचिन ने कहा कि गजरौला का प्रिंङ्क्षटग प्रेस छह माह से बंद था। वहां कोई किताब नहीं मिली। सचिन का कहना था कि मेरठ और गजरौला में उसके चार प्रिंटिंग प्रेस है। सीओ एसटीएफ ब्रिजेश सिंह का कहना है कि किताबों की कीमत 40 से 250 तक है। ऐसे में किताबों की कीमत करोड़ों में है।


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