मेरठ के मुरलीपुर गुलाब प्रकरण में पुलिस ने दो आरोपित किए गिरफ्तार, पांच अभी फरार
मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के मुरलीपुर गुलाब गांव निवासी कुसुम शर्मा ने अपने पड़ोसी नईम रियाजु इमरान शकील मुस्तकीम शहजाद व एक अन्य अज्ञात के खिलाफ मतांतरण कराने का दबाव समेत अन्य आरोप लगाए थे। दो आरोपित गिरफ्तार कर लिए हैं।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Murlipur Gulab Case मेरठ के मोदीपुरम में मुरलीपुर गुलाब प्रकरण में पुलिस ने हिंदू संगठनों के दबाव के चलते संपद्राय विशेष के नामजद सात में से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। जबकि अभी पांच आरोपित फरार हैं। सभी सातों आरोपितों पर हिंदू परिवार का मतांतरण कराने का दबाव और अन्य आरोपों में केस दर्ज हैं। खुफिाया विभाग, पुलिस और डीएम-कप्तान की जांच कमेटी ने भी आरोपों की जांच पड़ताल की, जिसमें सभी आरोप झूठे पाए गए। मगर, अब पुलिस ने दबाव के चलते दो आरोपितों की गिरफ्तारी की है।
यह है मामला
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के मुरलीपुर गुलाब गांव निवासी कुसुम शर्मा ने अपने पड़ोसी नईम, रियाजु, इमरान, शकील, मुस्तकीम, शहजाद व एक अन्य अज्ञात के खिलाफ मतांतरण कराने का दबाव समेत अन्य आरोप लगाए थे। हिंदू जागरण मंच के सचिन के साथ कुसुम के स्वजनों ने थाने में धरना देकर आरोपितों पर केस दर्ज कराया था। सभी धाराओं में सात साल से नीचे की सजा का प्रावधान नहीं है, लिहाजा पुलिस ने अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की थी। हिंदू जागरण मंच के बैनर तले कुसुम संग उनके स्वजन आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कमिश्नरी पार्क में धरने पर बैठे।
दोनों का शांति भंग में चालान
डीएम और कप्तान ने एसडीएम व सीओ की संयुक्त जांच कमेटी बनाकर मुरलीपुर गुलाब गांव भेजा, जहां कमेटी ने गांव में हिंदू समाज के 70 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए, जिसमें पाया कि कुसुम द्वारा लगाए आरोप झूठे हैं। आरोप लगाया था कि बाहरी लोगों अपने स्वार्थ के लिए ऐसे आरोप लगवाकर गांव को बदनाम कर रहे हैं। खुफिया विभाग की जांच में भी आरोप झूठे मिले। मगर, हिंदू संगठनों के दबाव में पुलिस ने नामजद आरोपित रियाजु और इमरान को शनिवार गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। दोनों का चालान शांति भग में काटा गया है। वहीं इस संबंध में इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर का कहना है कि केस के दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जांच जारी है।