बुलंदशहर के दारोगा की आगरा में हत्या, सूचना पाकर गमगीन हुए लोग, आज आएगा पार्थिव शरीर
आगरा के थाना खंदौली क्षेत्र के गांव नहर्रा में बुधवार शाम दबिश को गए छतारी निवासी दारोगा प्रशांत यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इससे कस्बे के लोग गमगीन हो गए। हालांकि दरोगा परिवार के साथ पिछले दस वर्षो से कासगंज में रह रहे थे।
बुलंदशहर, जेएनएन। आगरा के थाना खंदौली क्षेत्र के गांव नहर्रा में बुधवार शाम दबिश को गए छतारी निवासी दारोगा प्रशांत यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इससे कस्बे के लोग गमगीन हो गए। हालांकि दरोगा परिवार के साथ पिछले दस वर्षो से कासगंज में रह रहे थे। गुरुवार को उनका शव छतारी में ही पहुंचने की चर्चा है।
छतारी कस्बे के मोहल्ला जनकपुरी निवासी प्रशांत यादव पुत्र रमेश चंद वर्ष 2005 में उत्तर प्रदेश पुलिस में बतौर सिपाही भर्ती हुए थे। अपने कार्यबल के बूते वह सीढ़ी चढ़ते चले गए। 2010-11 में उनकी तैनाती आगरा मंडल में हुई थी। बताया गया कि उन्होंने आगरा में तैनाती होने के बाद एक प्रमोशन पाया और करीब दो वर्ष पूर्व उपनिरीक्षक का तमगा हासिल किया। बीते वर्ष से वह आगरा के खंदौली में तैनात थे। बुधवार शाम निहर्रा में झगड़े की सूचना पर वह मौके पर पहुंचे। जहां दोनों पक्षों में फायरिंग हो गई। इस दौरान एक गोली दरोगा प्रशांत को भी लग गई। जिससे उनकी मौत हो गई।
कालोनी के लोगों ने बताया कि प्रशांत पिछले दस वर्षो से कासगंज में परिवार के साथ रहते हैं। वह काफी मिलनसार थे और जब भी छतारी आते थे तो कालोनी के लोगों से बिल्कुल हंसमुख तरीका से वार्ता करते थे। हालांकि पिछले काफी समय से वह छतारी नहीं आए थे। कॉलोनी के लोगों ने बताया कि गुरुवार यानी आज उनका पार्थिव शरीर यहां पहुंचने की उम्मीद है। जिसके बाद राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
थाना प्रभारी छतारी योगेंद्र कुमार ने कहा- आगरा में तैनात छतारी निवासी दरोगा के शहीद होने की जानकारी मिली है। गुरुवार को दरोगा का पार्थिव शरीर कस्बा आने की बात मोहल्ला जनकपुरी निवासी लोग कह रहे हैं। इसके संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।