अप्रैल में मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए 600 से ज्यादा आवेदन
कोरोना महामारी से हो रही मौतों से नगर निगम के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र कार्यालय में भीड़ बढ़ गई है। एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक 636 आवेदन मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए प्राप्त हुए हैं। इसके सापेक्ष 424 प्रमाण पत्र जारी किए जा चुके हैं।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना महामारी से हो रही मौतों से नगर निगम के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र कार्यालय में भीड़ बढ़ गई है। एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक 636 आवेदन मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए प्राप्त हुए हैं। इसके सापेक्ष 424 प्रमाण पत्र जारी किए जा चुके हैं। 212 आवेदन अभी लंबित हैं। गत वर्ष अप्रैल में 309 मृत्यु प्रमाण पत्र जारी हुए थे। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र कार्यालय के लिपिकों का कहना है कि एक माह में इतने आवेदन कभी नहीं आए। यह अनचाहा रिकार्ड बन गया है। मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए वेटिग चल रही है। मई में यह संख्या और बढ़ जाएगी क्योंकि अभी श्मशान घाटों में दाह संस्कार सर्टिफिकेट स्वजन को नहीं मिल पा रहे हैं। इससे सैकड़ों की संख्या में आवेदन आने बाकी हैं। लिपिकों का कहना है कि स्वजन मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए नगर निगम की वेबसाइट पर जाकर आवेदन आनलाइन भी कर सकते हैं।
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शासन ने बनाई यह व्यवस्था
आवेदनों की संख्या को देखते हुए शासन ने मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए नगर निगम के अलावा मेडिकल कालेज व शहर के नर्सिग होम समेत सभी बड़े निजी अस्पतालों को पोर्टल का लागिन व पासवर्ड दे दिया है। निगम के वरिष्ठ लिपिक दिनेश सिंह ने बताया कि मेडिकल कालेज में मृत्यु होती है तो मेडिकल कालेज स्तर से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। वहीं, नर्सिग होम समेत बड़े निजी अस्पताल में मृत्यु होती है तो व्यक्ति की मृत्यु का संस्तुति पत्र अस्पताल सीधे पोर्टल पर अपलोड करेंगे। इनको नगर निगम सत्यापित करके मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करेगा। स्वजन यह प्रमाण पत्र संबंधित अस्पताल, नगर निगम या फिर किसी इंटरनेट कैफे पर जाकर पोर्टल ष्ह्मह्यश्रह्मद्दद्ब.द्दश्र1.द्बठ्ठ से प्राप्त कर सकते हैं। आवेदन तिथि से 21 दिन के भीतर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करना है।
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दाह संस्कार सर्टिफिकेट बनाने में भी वेटिग
गंगा मोटर कमेटी के अनुसार सूरजकुंड श्मशान घाट में एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक कोविड-नान कोविड 652 शवों का अंतिम संस्कार हुआ है। इसके सापेक्ष अभी तक केवल 93 दाह संस्कार सर्टिफिकेट जारी हो पाए हैं। गंगा मोटर कमेटी के पदाधिकारियों ने कहा कि श्मशान घाट पर अत्यधिक शवों के अंतिम संस्कार होने से काम प्रभावित है। सारे कर्मचारी अंतिम संस्कार की व्यवस्था में लगे हुए हैं। स्वजन से अपील की जा रही है कि वे 15 दिन बाद सर्टिफिकेट प्राप्त कर लें। अगर वे महीने भर बाद भी मांगेंगे तो सर्टिफिकेट दिया जाएगा।