मानसून आया लेकिन शिवाजी रोड नाला साफ नहीं हुआ
जेएनएन मेरठ मानसून दस्तक दे चुका है लेकिन शहर में कई छोटे नाले अभी तक साफ नहीं ह
जेएनएन, मेरठ : मानसून दस्तक दे चुका है, लेकिन शहर में कई छोटे नाले अभी तक साफ नहीं हो सके हैं। मौजूदा हालात यह बता रहे हैं कि इन नालों से जुड़े क्षेत्रों में इस बार भी लोगों को जलभराव झेलना पड़ेगा।
गंदगी से अटे पड़े छोटे नालों में शिवाजी रोड नाला भी शामिल है। इस नाले की लंबाई महज 500 मीटर है, लेकिन यह नाला अभी तक साफ नहीं किया गया है। नाले में बड़ी-बड़ी घास खड़ी है। कई जगह नाले को कचरे ने चोक कर दिया है। नाले पर अतिक्रमण भी अधिक है। जिससे जलनिकासी प्रभावित होती है। अंबेडकर चौराहे से कचहरी गेट होते हुए यह नाला आबूनाला एक में गिरता है। कचहरी और पुलिस लाइन, शिवाजी रोड की जलनिकासी का प्रमुख जरिया है। इसके बाद भी इस नाले की सफाई को लेकर नगर निगम गंभीर नहीं है। पिछले साल इस नाले की जलनिकासी प्रभावित होने से कचहरी और पुलिस लाइन परिसर में जलभराव हो गया था।
इन्होंने कहा-
शिवाजी रोड पर आबूनाला एक के दूसरी तरफ नाले की सफाई चल रही है। दो दिन बाद कचहरी की ओर भी नाले की सफाई कराई जाएगी।
अरुण खरखोदिया, जोनल सेनेटरी अधिकारी नगर निगम गंगा किनारे कटाव निरोधकों के निर्माण का निरीक्षण
जेएनएन, मेरठ। हस्तिनापुर के फतेहपुर प्रेम के समीप सिचाई विभाग द्वारा बनाये जा रहे कटाव निरोधक का विभाग के चीफ इंजीनियर ने निरीक्षण किया। उन्होंने कार्य की प्रगति के बारे में भी जाना तथा जरूरी निर्देश दिए।
गंगा नदी में बरसात के मौसम में बाढ़ को ²ष्टिगत रखते हुए फतेहपुर प्रेम के समीप नदी के तट पर कटाव निरोधक बनाने का कार्य चल रहा है। इसका निरीक्षण करने के लिए चीफ इंजीनियर अनिल कुमार फतेहपुर मौके पर पहुंचे। एसडीओ पीके जैन ने बताया कि इस कटाव निरोधक में दो स्टड व लगभग नौ सौ मीटर लंबाई की लांचिग अपरण का कार्य किया जाना है। इसमें पांच सौ मीटर से अधिक क्षेत्र में मिट्टी के बैग डालने का कार्य किया जा चुका है। नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण कार्य गति धीमा हुआ है। उन्होंने कारसेवकों व ग्रामीणों द्वारा बनाए गए तटबंध पर भी जहां कटान हुआ है उसे मजबूत करने के निर्देश दिए। इस मौके पर अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार मिश्रा व डी कुमार, एसडीओ पीके जैन, सतीश कुमार आदि रहे।