मिड-डे मील योजना का नाम बदला, जानिए अब क्या होगा नया नाम, सहारनपुर में शुरू हुई आवश्यक कार्रवाई
बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत आने वाले व माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में बच्चों को पका पकाया भोजन उपलब्ध कराने की मध्यान्ह भोजन योजना पिछले डेढ़ दशक से चल रही है। अब इसका नाम बदल दिया गया है।
सहारनपुर, जागरण संवाददाता। परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को पका पकाया भोजन देने के लिए चलाई जा रही मध्यान्ह भोजन योजना का नाम बदला जा रहा है। अब यह योजना प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण के नाम से जानी जाएगी। शासन द्वारा इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं।
सहारनपुर में दो लाख से अधिक बच्चे लाभान्वित
बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत आने वाले परिषदीय प्राथमिक उच्च प्राथमिक और सहायता प्राप्त स्कूलों के अलावा माध्यमिक शिक्षा विभाग के कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों में बच्चों को पका पकाया भोजन उपलब्ध कराने की मध्यान्ह भोजन योजना पिछले डेढ़ दशक से चल रही है। स्कूलों में भोजन अवकाश के दौरान बच्चों को निर्धारित मेन्यू के आधार पर भोजन उपलब्ध कराया जाता है। योजना से जिले में दो लाख से अधिक बच्चे लाभान्वित हैं।
नगरीय क्षेत्रों में भोजन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी एनजीओ पर है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में भोजन ग्राम प्रधान और प्रधान अध्यापक की निगरानी में तैयार करा कर बच्चों को दिया जाता है। मध्यान्ह भोजन योजना के नाम से चल रही योजना का नाम अब प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना करने के आदेश जारी किए गए हैं।
बीएसए ने शुरू की कार्रवाई
प्रमुख सचिव दीपक कुमार द्वारा मंडलायुक्त, जिलाधिकारी मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को इस आशय के आदेश जारी किए गए हैं। इनमें कहा गयाहै कि वह भारत सरकार की गाइडलाइन व प्रदेश सरकार से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार योजना का नाम प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण करते हुए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अंबरीश कुमार ने बताया कि इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी गई है।