मेरठ : पति को याद कर फफक पड़ीं यश्विनी, गंगा में विसर्जित कीं स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह की अस्थियां
तमिलनाडु में गत आठ दिसंबर को वायु सेना के हेलीकाप्टर क्रैश में राजस्थान निवासी स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह की भी मृत्यु हुई थी। उनकी ससुराल मेरठ में है। पति का अस्थि कलश लेकर उनकी पत्नी यश्विनी सिंह स्वजन के साथ गढ़मुक्तेश्वर पहुंचीं।
मेरठ, जागरण संवाददाता। तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकाप्टर क्रैश में दिवंगत स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह की अस्थियां मंगलवार सुबह हापुड़ जिले में गढ़मुक्तेश्वर गंगा में विसर्जित की गईं।
तमिलनाडु में गत आठ दिसंबर को वायु सेना के हेलीकाप्टर क्रैश में राजस्थान निवासी स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह का भी देहांत हुआ था। उनकी ससुराल कंकरखेड़ा के न्यू सैनिक विहार में है। पति का अस्थि कलश लेकर उनकी पत्नी यश्विनी सिंह अपने मायके और ससुराल वालों के साथ सोमवार रात गढ़मुक्तेश्वर पहुंचीं। रात होने के कारण अस्थि विसर्जन नहीं किया गया। मंगलवार सुबह उन्होंने गंगा में अस्थियां विसर्जित कीं। इस दौरान पति को याद करके यश्विनी सिंह फफक पड़ीं। यश्विनी के साथ उनके भाई मानेंद्र उर्फ खुशवेंद्र, देवर मनोज, जेठानी अपूर्वा, जेठ राजेश, मां सुमन लता, मौसा जितेंद्र सिरोही, मामा प्रवीन, पप्पू, ममेरा भाई आदित्य और मौसेरा भाई भानु प्रताप भी उनके साथ रहे।
तेरहवीं 17 को राजस्थान में
यश्विनी के भाई मानेंद्र सिंह ने बताया कि राजस्थान के जिला झुंझनू के गांव गरदाना खुर्द में 17 दिसंबर को स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह की तेरहवीं होगी। नाते-रिश्तेदारों के साथ एयरफोर्स के भी कुछ अफसर शामिल होगें।
कुलदीप और यश्विनी की 19 नवंबर 2019 को हुई थी शादी
बागपत जिले के गांव ढिकौली निवासी देवेंद्र सिंह ढाका सेना से रिटायर्ड हवलदार हैं। वह कंकरखेड़ा फाजलपुर की न्यू सैनिक विहार कालोनी में रहते हैं। उनकी बड़ी बेटी यश्विनी उर्फ खुशबू और बेटा मानेंद्र ढाका उर्फ खुशवेंद्र हैं। देवेंद्र सिंह ने यश्विनी की शादी 19 नवंबर 2019 को राजस्थान के जिला झुंझुनू के गांव घरसाना खुर्द निवासी कुलदीप सिंह से की थी।