हौले-हौले टेकऑफ कर रहा उड़ान का सपना, बिडिंग में शामिल होगा मेरठ
मेरठ में एयरपोर्ट का सपना साकार हो सकता है। सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु से से इस संबंध में मुलाकात की है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Tue, 30 Oct 2018 05:08 PM (IST)Updated: Tue, 30 Oct 2018 05:08 PM (IST)
मेरठ (जेएनएन)। शहरवासियों को नए साल से पहले एयरपोर्ट की खुशखबरी मिल सकती है। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने नवंबर में एयरपोर्ट के लिए टेंडर खोलने का आश्वासन दिया है। उन्होंने विश्वास दिलाया की मेरठ एयरपोर्ट का विस्तार करने की पूरी तैयारी है। नवंबर में निकलने वाले रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम की उड़ान योजना के तहत बिडिंग में इस बार मेरठ को भी शामिल किया जाएगा। सोमवार को सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने उप्र चेंबर ऑफ कॉमर्स और इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की मेरठ शाखा के पदाधिकारियों के साथ दिल्ली में नागर विमानन मंत्री से मुलाकात की।
सांसद ने दी जानकारी
सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु को मेरठ के इतिहास के बारे में भी बताया। सांसद ने कहा कि मेरठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्राचीन और ऐतिहासिक शहर है। वहीं सांसद ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस पत्र का भी जिक्र किया, जिसमें मुख्यमंत्री ने मेरठ को रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (उड़ान) में शामिल करने के लिए भारत सरकार को पत्र लिखा था। पदाधिकारियों में सुरेंद्र प्रताप, अनिल कुमार गुप्ता, राकेश रस्तोगी, अजय गुप्ता, पंकज गुप्ता, अशोक गोयल, दिनेश महाजन, संजीव मित्तल आदि मौजूद रहे।
तीन बार मांगा गया मास्टर प्लान
हवाई अड्डे के लिए केंद्र सरकार की ओर से मास्टर प्लान तीन बार प्रदेश के नागरिक उड्डयन अनुभाग को भेजा जा चुका है। पहली बार वर्ष 2014 में। इसके बाद 2016 और हाल ही में 11 अक्टूबर को प्रमुख सचिव ने केंद्रीय नागर विमानन मंत्रलय से मेरठ का मास्टर प्लान मांगा है। एक आकलन के मुताबिक मेरठ में एयरपोर्ट तैयार करने के लिए कम से कम 800 करोड़ रुपये की जरूरत होगी। वहीं पहले चरण में एयरपोर्ट के लिए 200 एकड़ भूमि मांगी गई है, जिससे एयरस्टिप की लंबाई-चौड़ाई बढ़ाई जा सके।
किटको ने किया था सर्वे
पिछले वर्ष केरल की किटको कंपनी ने रीजन कनेक्टिविटी को लेकर सर्वे किया था। यहां से शुरू होने वाली उड़ान, हर दिन यात्रियों की संख्या, वर्ष में यात्रियों की संख्या, हवाई जहाज और उड़ान की संख्या आदि को लेकर भी सर्वे किया गया था। कंपनी ने वर्ष के अंत में अपनी रिपोर्ट एएआइ को सौंप दी थी। कंपनी ने अपने सर्वे में मेरठ से लखनऊ, जम्मू, इलाहाबाद और मुंबई के बीच शुरू होने वाली उड़ान को शामिल कर आंकड़े प्रस्तुत किए थे। इन चारों शहरों के बीच हर दिन करीब 1015 यात्रियों का आवागमन हवाई यात्र के माध्यम से हो सकेगा।
इनका कहना है
मुख्यमंत्री का पत्र और फिर केंद्रीय मंत्री के आश्वासन के बाद मेरठ से उड़ान का सपना अब साकार होता दिख रहा है। बिड में मेरठ को अधिक से अधिक पसंद किया जाए, इस दिशा में भी तेजी से काम किया जाएगा। इस बार मेरठ का हक मिलना लगभग सुनिश्चित हो गया है।
-राजेंद्र अग्रवाल, सांसद
सांसद ने दी जानकारी
सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु को मेरठ के इतिहास के बारे में भी बताया। सांसद ने कहा कि मेरठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्राचीन और ऐतिहासिक शहर है। वहीं सांसद ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस पत्र का भी जिक्र किया, जिसमें मुख्यमंत्री ने मेरठ को रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (उड़ान) में शामिल करने के लिए भारत सरकार को पत्र लिखा था। पदाधिकारियों में सुरेंद्र प्रताप, अनिल कुमार गुप्ता, राकेश रस्तोगी, अजय गुप्ता, पंकज गुप्ता, अशोक गोयल, दिनेश महाजन, संजीव मित्तल आदि मौजूद रहे।
तीन बार मांगा गया मास्टर प्लान
हवाई अड्डे के लिए केंद्र सरकार की ओर से मास्टर प्लान तीन बार प्रदेश के नागरिक उड्डयन अनुभाग को भेजा जा चुका है। पहली बार वर्ष 2014 में। इसके बाद 2016 और हाल ही में 11 अक्टूबर को प्रमुख सचिव ने केंद्रीय नागर विमानन मंत्रलय से मेरठ का मास्टर प्लान मांगा है। एक आकलन के मुताबिक मेरठ में एयरपोर्ट तैयार करने के लिए कम से कम 800 करोड़ रुपये की जरूरत होगी। वहीं पहले चरण में एयरपोर्ट के लिए 200 एकड़ भूमि मांगी गई है, जिससे एयरस्टिप की लंबाई-चौड़ाई बढ़ाई जा सके।
किटको ने किया था सर्वे
पिछले वर्ष केरल की किटको कंपनी ने रीजन कनेक्टिविटी को लेकर सर्वे किया था। यहां से शुरू होने वाली उड़ान, हर दिन यात्रियों की संख्या, वर्ष में यात्रियों की संख्या, हवाई जहाज और उड़ान की संख्या आदि को लेकर भी सर्वे किया गया था। कंपनी ने वर्ष के अंत में अपनी रिपोर्ट एएआइ को सौंप दी थी। कंपनी ने अपने सर्वे में मेरठ से लखनऊ, जम्मू, इलाहाबाद और मुंबई के बीच शुरू होने वाली उड़ान को शामिल कर आंकड़े प्रस्तुत किए थे। इन चारों शहरों के बीच हर दिन करीब 1015 यात्रियों का आवागमन हवाई यात्र के माध्यम से हो सकेगा।
इनका कहना है
मुख्यमंत्री का पत्र और फिर केंद्रीय मंत्री के आश्वासन के बाद मेरठ से उड़ान का सपना अब साकार होता दिख रहा है। बिड में मेरठ को अधिक से अधिक पसंद किया जाए, इस दिशा में भी तेजी से काम किया जाएगा। इस बार मेरठ का हक मिलना लगभग सुनिश्चित हो गया है।
-राजेंद्र अग्रवाल, सांसद
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