अब ताजा हवा के बीच बनाएं अपनी सेहत, यहां खुले आठ नए मिनी ओपन जिम
मेरठ विकास प्राधिकरण ने शहरवासियों को आठ मिनी ओपन जिम की सौगात दी है। ये जिम गंगानगर, शताब्दीनगर, वेदव्यासपुरी, श्रद्धापुरी और लोहियानगर के पार्कों में बनाए गए हैं।
By Taruna TayalEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 12:16 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 12:16 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। एमडीए ने लोगों को आठ मिनी जिम की सौगात दे दी है। आज से लोग यहां सुबह-शाम कसरत कर सकेंगे। मेरठ विकास प्राधिकरण ने गंगानगर आवासीय योजना पाकेट के जोनल पार्क, वेदव्यासपुरी योजना के जोनल पार्क, सेक्टर-एक पाकेट सी व पाकेट ए के पार्क, शताब्दीनगर योजना सेक्टर-एक पाकेट बी पार्क, श्रद्धापुरी योजना पाकेट सी पार्क एवं लोहिया नगर योजना पाकेट बी पुलिस एन्क्लेव व पाकेट सी पार्क में ओपन मिनी जिम स्थापित किए हैं।
पांच से 10 उपकरण हैं उपलब्ध
इनकी लागत 25.38 करोड़ रुपये आई है। मेसर्स उत्कर्ष एंटरप्राइजेज फर्म ने यह कार्य किया है। सभी पार्के में पांच से 10 उपकरण लगाए गए हैं। एमडीए वीसी साहब सिंह ने बताया कि जनता के लिए यह ओपन जिम आज से खोल दिए जाएंगे। इसके साथ ही लोहिया नगर आवासीय योजना के पाकेट सी स्थित पार्क में जिम का अवशेष कार्य 26 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा।
सिटी फॉरेस्ट प्रोजेक्ट को मिलेगी गति
एमडीए के ड्रीम प्रोजेक्ट सिटी फॉरेस्ट को भी गति मिलने की उम्मीद है। गुरुवार को एमडीए वीसी साहब सिंह और चीफ इंजीनियर दुर्गेश श्रीवास्तव जमीन देखने के लिए मवाना जाएंगे। मवाना के पास वन विभाग की जमीन है। एमडीए के अधिकारियों को यह जमीन पसंद आई तो सिटी फॉरेस्ट प्रोजेक्ट को विकसित किया जाएगा। मालूम हो कि पूर्व कमिश्नर प्रभात कुमार ने सिटी फॉरेस्ट विकसित करने का प्लान दिया था। सिटी फॉरेस्ट एक ऐसा जंगल होगा, जो शहर के लोगों को आक्सीजन देने का काम करेगा। यहां शहर के लोग घूमने के साथ शुद्ध प्राकृतिक वातावरण का एहसास कर सकेंगे।
पांच से 10 उपकरण हैं उपलब्ध
इनकी लागत 25.38 करोड़ रुपये आई है। मेसर्स उत्कर्ष एंटरप्राइजेज फर्म ने यह कार्य किया है। सभी पार्के में पांच से 10 उपकरण लगाए गए हैं। एमडीए वीसी साहब सिंह ने बताया कि जनता के लिए यह ओपन जिम आज से खोल दिए जाएंगे। इसके साथ ही लोहिया नगर आवासीय योजना के पाकेट सी स्थित पार्क में जिम का अवशेष कार्य 26 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा।
सिटी फॉरेस्ट प्रोजेक्ट को मिलेगी गति
एमडीए के ड्रीम प्रोजेक्ट सिटी फॉरेस्ट को भी गति मिलने की उम्मीद है। गुरुवार को एमडीए वीसी साहब सिंह और चीफ इंजीनियर दुर्गेश श्रीवास्तव जमीन देखने के लिए मवाना जाएंगे। मवाना के पास वन विभाग की जमीन है। एमडीए के अधिकारियों को यह जमीन पसंद आई तो सिटी फॉरेस्ट प्रोजेक्ट को विकसित किया जाएगा। मालूम हो कि पूर्व कमिश्नर प्रभात कुमार ने सिटी फॉरेस्ट विकसित करने का प्लान दिया था। सिटी फॉरेस्ट एक ऐसा जंगल होगा, जो शहर के लोगों को आक्सीजन देने का काम करेगा। यहां शहर के लोग घूमने के साथ शुद्ध प्राकृतिक वातावरण का एहसास कर सकेंगे।
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