Weather Update: मानसून की दस्तक से बड़ी राहत, सहारनपुर बागपत शामली में झमाझम बारिश तो मेरठ में मौसम हुआ सुहावना
Meerut Weather Update मानसून को लेकर अब इंतजार खत्म हो गया है। मंगलवार को सुबह से ही सहारनपुर बागपत व शामली में हुई झमाझम बारिश हुई है। बारिश होने से आम लोगों और किसानों को बड़ी राहत मिली है। वहीं मेरठ में मौसम सुहावना बना हुआ है।
मेरठ, जेएनएन। Meerut Weather Update मानसून को लेकर अब इंतजार खत्म हो गया है। मंगलवार को सुबह से ही सहारनपुर बागपत व शामली में हुई झमाझम बारिश हुई है। बारिश होने से आम लोगों और किसानों को बड़ी राहत मिली है। आसमान में दो दिनों से बादलों के छाने से ही बारिश का अनुमान लगाया जा रहा था। लेकिन बारिश न होने से गर्मी से लोगों का हाल बेहाल था। लेकिन मौसम में हुए बदलाव से बड़ी राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार दो दिनों से दिल्ली एनसीआर में बारिश की संभावनाएं जताई जा रही थी।
वेस्ट यूपी में मानसून का इंतजार बेसब्री से किया जा रहा था। लेकिन बारिश न होने से उमस भरी गर्मी से जनजीवन बेहाल था। तपती गर्मी से सोमवार को थोड़ी राहत जरूर मिली थी। दोपहर में बादलों के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हुई थी। हालांकि, जिस तरह से मौसम विज्ञानी अनुमान लगा रहे थे, उस प्रकार से बारिश नहीं हो रही है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, दस जुलाई से लगातार अच्छी बारिश की संभावना जताई गई थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सोमवार को हल्की बूंदाबांदी के बाद तापमान नीचे गिरते हुए अधिकतम 34 डिग्री तक पहुंचा। वहीं, न्यूनतम तापमान 25 डिग्री दर्ज किया गया।
वेस्ट यूपी के जिलों मेरठ शामली सहारनपुर बागपत में मौसम के अचानक बदलने से झमाझम बारिश हुई। बारिश होने से गर्मी से लोगों को बड़ी राहत मिली है। सहारनपुर में तो तेज बारिश से कई जगहों पर पानी जमा हो गई। ऐसा ही हालात बागपत में भी रहा। वहीं मेरठ में कई जगहों पर बारिश की संभावना बनी हुई है। ठंड़ी हवाएं भी चल रही हैं। घर से बाहर निकलकर लोग छतों पर आ चुके हैं और सुहावने मौसम का लुफ्त उठा रहे हैं।
कृषि विश्वविद्यालय मोदीपुरम के नोडल अधिकारी कृषि मौसम सेवा डा. उदय प्रताप शाही ने बताया कि सोमवार को पंजाब व हरियाणा के कई भागों में बारिश हुई। लेकिन पश्चिमी उप्र व दिल्ली में इसका कोई खास असर नहीं दिखा। बंगाल की खाड़ी में नम पूर्वी हवाएं चल रही हैं। लेकिन यह बारिश में परिवर्तित नहीं हो रही हैं। उन्होंने बताया कि बारिश के लिए अभी तीन से चार दिन और प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है। मई व जून माह में पर्याप्त गर्मी न पड़ना भी जुलाई में कम बारिश का कारण हो सकता है।