मेरठ में बारिश ने तोड़ा 43 साल का रिकार्ड, ठंड ने कंपकपाया, ऐसा रहेगा मौसम का हाल
Meerut Weather News Update मेरठ और आसपास के जिलों में बारिश का सिलसिला अभी जारी रहेगा। इस बीच रविवार को मौसम की बेरुखी जारी रही। कई स्थानों पर घना कोहरा देखा गया। दिन में धूप के निकलने के आसार भी कम ही है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Meerut Weather Update मेरठ जनपद में जनवरी में बारिश का 43 सालों का रिकार्ड टूट गया है। अब तक 112 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है और इस माह का अभी एक हफ्ता बाकी है। यह सामान्य से लगभग पांच गुना अधिक है। सोमवार को लगातार तीसरे दिन बारिश का अनुमान है। 25 जनवरी के बाद ही मौसम साफ होगा। उधर, कड़ाके की ठंड के बीच लगातार दूसरे दिन बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया। रविवार को शीतलहर के बीच दिनभर बूंदाबांदी जारी रही। बारिश के कारण लोग छुट्टी का लुत्फ नहीं उठा सके। शुक्रवार के बाद सूर्यदेव के दर्शन नहीं हो सके हैं। वहीं दूसरी ओर मेरठ और आसपास के जिलों में सोमवार की सुबह कई स्थानों पर घना कोहरा देखा गया।
ऐसा रहेगा मौसम का हाल
भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान मोदीपुरम के मौसम विज्ञानी डा. एन. सुभाष ने बताया कि रविवार को न्यूनतम तापमान 8.2 व अधिकतम तापमान 12.8 डिग्री दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि शनिवार दोपहर से रविवार दोपहर तक 24.6 मिमी बारिश हुई। जनवरी में अभी तक 112 मिमी बारिश हो चुकी है। यह आंकड़ा पिछले 43 वर्षों का रिकार्ड स्तर है। कृषि विवि मोदीपुरम के ग्रामीण मौसम सेवा के नोडल अधिकारी डा. उदय प्रताप शाही ने बताया कि सोमवार को भी बारिश होगी। 25 जनवरी के बाद ही मौसम साफ होने का अनुमान है।
गन्ने के खेतों में पानी भरने से छिलाई प्रभावित
लगातार दो दिन बारिश के कारण खेती-किसानी को भी नुकसान होने लगा है। गन्ने के खेत में पानी भरने से छिलाई प्रभावित हो गई है। इससे गन्ना क्रय केंद्रों व चीनी मिलों तक नहीं पहुंच सका। सामान्य तौर पर चीनी मिलों में प्रतिदिन की जाने वाली गन्ना पेराई भी अपनी पूरी क्षमता के साथ नहीं की जा सकी।
पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय
भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान मोदीपुरम के मौसम विज्ञानी डा. एन. सुभाष ने बताया कि शनिवार को अधिकतम तापमान 12.2 और न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि शनिवार को 3.6 मिमी बारिश हुई। रविवार को इससे अधिक बारिश होने की संभावना है। कृषि विवि मोदीपुरम के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा नोडल अधिकारी डा. उदय प्रताप शाही ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण उत्तर पश्चिम भारत में बारिश की संभावना बनी हुई है। लगातार बारिश के कारण गणतंत्र दिवस तक ठंड से राहत मिलने के आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं।