मेरठ में बर्फीली हवाओं के बीच कोहरे का भी होगा सामना, ऐसा रहेगा मौसम का हाल
Meerut Weather Update मेरठ और आसपास के जिलों में गुरुवार को सुबह की शुरुआत बर्फीली हवाओं के साथ हुई। कहीं-कहीं पर कोहरा भी नजर आया। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले चार-पांच दिन बारिश के आसार नहीं बन रहे हैं। लेकिन ठंड सताएगी।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Meerut Weather Update मेरठ और आसपास के जिलों में नए साल का स्वागत कड़ाके की ठंड के साथ होने के आसार बन रहे हैं। पिछले चार-पांच दिनों से बंद बर्फीली हवाएं बुधवार शाम से फिर आरंभ हो गईं। वातावरण में गलन बढ़ गई। आगामी एक सप्ताह तक बारिश के आसार नहीं हैं। दिन में कई बार घने बादलों की आवाजाही हो सकती है। मौसम विभाग ने 30 दिसंबर को कोहरे की आशंका जताई है।
न्यूनतम तापमान में गिरावट
बुधवार को पिछले 24 घंटे की तुलना में न्यूनतम तापमान में 2.5 डिग्री की गिरावट देखी गई। यह 5.7 डिग्री दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री रहा। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री रहा। कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम विज्ञानी डा. एन सुभाष ने बताया कि न्यूनतम तापमान और गिरेगा। चार जनवरी तक बारिश की संभावना नहीं है। इसके बाद मजबूत पश्चिम विक्षोभ के कारण एनसीआर में भी बारिश की गतिविधियां हो सकती हैं। बताते चलें कि दिसंबर में इस बार 2.3 मिलीमीटर बारिश हुई है। जनवरी का प्रथम सप्ताह ठंड के मौसम में लोगों को भिगो सकता है।
पहाड़ों पर सैलानियों के लिए मौसम अनुकूल
नए साल पर श्रीनगर, मसूरी, नैनीताल में सैलानियों के लिए मौसम अनुकूल रहेगा। ऐसे में सैलानियों के लिए हिल स्टेशनों पर नए साल का जश्न मनाने का अच्छा मौका है। बुधवार को पंजाब और राजस्थान के चुरु जैसे इलाकों में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री से नीचे चला गया।
पश्चिम विक्षोभ का प्रभाव
पश्चिम विक्षोभ के प्रभाव के कारण पहाड़ों पर बारिश और बर्फबारी हो रही है। बीते रविवार को शिमला का अधिकतम तापमान सात डिग्री और मसूरी का 8.5 डिग्री पर पहुंच गया था। दिन में इस तरह की ठंड से वहां के मौसम का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। मैदानी क्षेत्रों में रात के तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है जिससे कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है।
शीतलहर से होगा नए साल का स्वागत
28 दिसंबर बाद पश्चिम विक्षोभ के आगे पूर्व की ओर बढ़ने की उम्मीद जताई गई थी। जिसके बाद मैदानी इलाकों में फिर से तापमान में कमी शुरु हो जाएगी। कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम विज्ञानी डा. एन सुभाष ने बताया कि 31 दिसंबर और एक जनवरी से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। शीतलहर की स्थितियों का फिर से सामना करना पड़ सकता है। नए साल 2022 का आगाज कड़ाके की ठंड के साथ होगा।