बारिश और कड़ाके की ठंड बनेगी परेशानी का सबब, जानिए मेरठ के मौसम का हाल
Meerut Weather Update मेरठ और आसपास के जिलों में रविवार की सुबह कई स्थानों पर घना कोहरा देखा गया। ठंड भी कड़ाके की पड़ रही है। वहीं दूसरी ओर पश्चिम विक्षोभ के प्रभाव से पहाड़ों पर भारी बर्फ बारी की आशंका है। बारिश के भी आसार हैं।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Meerut Weather Update लगातार दो पश्चिम विक्षोभ के प्रभाव से पहाड़ों पर भारी बर्फ बारी की आशंका है। इसके साथ ही पांच जनवरी तक एनसीआर में बारिश की संभावना है। मेरठ में भी बारिश होने के प्रबल आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनो में सुबह के समय कोहरा छाया रहेगा। वहीं रविवार को मेरठ और आसपास के जिलों में सुबह की शुरुआत घने कोहरे के साथ हुई।
अच्छी बारिश के संकेत
मौसम विभाग की मानें तो मानसून सीजन के बाद सबसे अच्छी बारिश देखने को मिल सकती है। बारिश और ठंड का गठजोड़ जनपद वासियों के लिए परेशानी का सबब सकता है। निजी मौसम एजेंसी ने हिल स्टेशन पर जाने वाले सैलानियों को एहतियात बरतने की अपील की है। वहीं शनिवार को जनपद का तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 4.9 रहा। अधिकतम तापमान 21.8 डिग्री रहा। जनवरी में मेरठ में पिछले दो तीन सालों से अच्छी बारिश देखने को मिल रही है। इस माह में सामान्य बारिश का आंकड़ा 10 मिलीमीटर है। दिसंबर में 3.2 मिलीमीटर बारिश हुई थी। मेरठ में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री रहा था,यह सामान्य से एक डिग्री कम था। मुजफ्फरनगर में न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री रहा। वहीं दिन में अच्छी धूप निकलने से राहत का अहसास हुआ। अधिकतम तापमान 22.4 डिग्री रहा जो सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा।
घने कोहरे में वाहन चालकों को हुई परेशानी
शामली में शनिवार सुबह घना कोहरा रहा और ऐसे में वाहना चालकों को परेशानी हुई। सुबह साढ़े दस बजे तक भी कोहरा पूरी तरह छटा नहीं था और ठंड काफी अधिक है। लोग जगह-जगह अलाव ताप रहे हैं। शुक्रवार को मौसम साफ था। कोहरे से भी राहत रही थी और दिनभर चटक धूप रही थी। हालांकि न्यूनतम तापमान में कमी आई थी। शनिवार को अलसुबह से ही काफी अधिक कोहरा था। दृश्यता बहुत कम रही और ऐसे में वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सुबह होने पर कोहरा और बढ़ गया था। वाहन रेंग-रेंगकर चल रहे थे। साढ़े दस बजे के बाद कोहरा छटना शुरू हुआ और हल्की धूप निकल आई है। सुबस से ही सुन्न कर देने वाली ठंड रही। क्योकि रात में पाला भी खूब पड़ा है। ओस की बूंदों खेतों में जमी नजर आईं।