Meerut Weather Forecast: ठंडी हवाओं संग सुबह की शुरुआत, दिन में गर्मी करेगी परेशान
Meerut Weather Forecast वेस्ट यूपी से मानसून की विदायी हो चुकी है। जाते जाते मानसून ने मेरठ वासियों को निराश किया है। सोमवार को आसमान साफ रहने के कारण तेज धूप से सामना होगा। दिन में मौसम के गर्म रहने की संभावना है।
मेरठ,जेएनएन। पश्चिम उत्तर प्रदेश से मानसून की विदायी हो चुकी है। लेकिन इस बार मेरठ और आसपास के जिलों को बारिश ने कम की तराबोर किया। रविवार को दिन में धूप खिली थी, जिसके चलते मौसम गर्म रहा। सोमवार को सुबह की शुरुआत हल्की ठंडी हवाओं के साथ हुई। दिन में सूरज की तापिश के चलते मौसम में गर्मी ही रहेगी। हालांकि सुबह के वक्त कुछ जिलों में कोहरा भी देखा जा रहा है।
बात मानूसन की बारिश की
वेस्ट यूपी से मानसून की विदायी हो चुकी है। जाते जाते मानसून ने मेरठ वासियों को निराश किया है। मौसम विभाग द्वारा जारी नए मानकों के अनुसार इस बार मानसून 26 प्रतिशत काम बारिश मेरठ में हुई है। वहीं पुराने मानकों के आधार यह प्रतिशत 35 से कम है। मेरठ में बारिश दक्षिण पश्चिम मानसून से होती है। भगर्भ जल रीचार्ज करने के साथ कृषि उपज को सिंचित करने का माध्यम पश्चिम उत्तर प्रदेश में मानसूनी बारिश है। जून, जुलाई अगस्त और सितंबर में मानसूनी बारिश होती है। 2014 के बाद इस बार सीजन में सबसे कम बारिश 451 मिलीमीटर बारिश हुई है।
सितंबर में बारिश का ट्रेंड टूटा
इस बार मानसून सीजन का अंतिम माह सितंबर ने लगभग एक दशक से चले आ रहे ट्रेंड को तोड़ा है। विगत कई दशकों से सितंबर माह में अच्छी बारिश हो रही है। वर्ष 2019 में ही 136 मिलीमीटर बारिश हुई थी। लेकिन इस बार सितंबर पूरी तरह सूखा रहा। पिछले 10 सालों के आंकड़ों के पर नजर डालें तो एक बार भी ऐसा नहीं हुआ जब सितंबर में बारिश न हुई हो।
2020 सितंबर में मई जून जैसी गर्मी
बारिश न होने से सितंबर में गर्मी ने भी कई सालों के रिकार्ड तोड़ दिया। अधिकतम तापमान 37 डिग्री पहुंच गया। पूरे माह में दो तीन दिन छोड़ दें तो अधिकतम तापमान 35 डिग्री से अधिक रहा है। तेज धूप और उसम के बढ़े स्तर ने खूब सितम ढाया। माह का औसत तापमान 35.1 आंका गया है। मौसम विभाग के 11 साल के उपलब्ध आंकड़ों में इतना अधिक तापमान नहीं देखा गया है। न्यूनतम तापमान का औसत भी 25.2 रहा है। जबकि इतना तापमान मई और जून में रहता है।
अच्छी ठंड पड़ने के संकेत
सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के मौसम केंद्र के प्रभारी डा. यूपी शाही ने बताया कि मानसून विदा होने से आदृता का प्रतिशत कम हो गया है। तेज हवाएं चल रही हैं। हल्की फुल्के ठंड की उम्मीद एक पखवाड़े बाद से की जा रही है। कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने बताया कि इस बार कई मौके पर कड़के की ठंड पड़ने की संभावना है।