Meerut Weather Forecast: आसमान पर घिरे बादल, बारिश न होने से उमस और गर्मी से सामना
Meerut Weather Forecast मंगलवार को दिन की शुरुआत उमस और गर्मी से हुई। आसमान पर बादल तो घिर आए लेकिन बारिश होने की अभी संभावना नहीं दिख रही।
मेरठ, जेएनएन। Meerut Weather Forecast मेरठ शहर में सोमवार को एक बार तो आसमान पर घिर आए बादलों ने बारिश के संकेत दे दिए थे। लेकिन बारिश हुई नहीं। मंगलवार को सुबह की शुरुआत उमस भरी गर्मी के साथ हुई। हालांकि आज भी आसमान पर बादल घिरे नजर आ रह हैं। दिन में बूंदाबांदी होने के संकेत हैं। इसके पूर्व मेरठ के आसपास के जिलों में सोमवार की सुबह दिन की शुरुआत तो हुई चमकते सूरज के साथ हुई थी, लेकिन कुछ देर बाद ही आसमान पर छाए काले घने बादलों ने बारिश होने के भी संकेत दिए थे। रविवार को एक दो स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी ने मौसम के मिजाज को बदल दिया था। रविवार को मुजफ्फरनगर में भी दोपहर के समय पानी बरसा था। लेकिन कल मेरठ में उमस और गर्मी का ही सामना करना पड़ा।
सितंबर में थी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार सितंबर माह में भी बारिश होने की संभावनाएं जताई गई थी। शायद, इसके लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। इसके पूर्व रविवार को भी सुबह की शुरुआत उमस भरी गर्मी के साथ हुई थी, रात में भी तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। आसमान साफ ही नजर आया था और दिनभर उमसभरा मौसम ही बना रहा। वहीं शुक्रवार के बाद शनिवार को भी बारिश के होने की संभावना कम ही नजर आ रही थी, कारण यह था कि साफ आसमान पर तेज धूप के कारण सिर्फ गर्मी और उमस ने ही परेशान किया। इस बार लगभग पूरे हफ्ते ही मौसम का मिजाज बदला रहा और गर्मी ने परेशान किया। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार सितंबर माह में भी बारिश की उम्मीद जताई गई थी। रात के तापमान में भी तेजी दर्ज की गई।
गर्मी और उमस कर रह परेशान
बीते शनिवार को मौसम में गर्मी का अहसास हुआ और सूरज की चमक के साथ उमस ने भी परेशान किया। गुरुवार, बुधवार व मंगलवार को भी तेज धूप निकली थी। सोमवार की सुबह खुले आसमान ने यह संकेत दे दिए कि तेज धूप के साथ ही सामना होने वाला था। सोमवार को पूरे दिन गर्मी और उमस से ही जूझना पड़ा। हालांकि दिन में एक दो बार ऐसा लगा कि आसमान में छाए हल्के बादलों के कारण वर्षा का मौसम बन सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
कोरोना काल में रूठी बारिश
कोरोना काल में बारिश भी मेरठ से रूठी हुई है। मेरठ में पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 111 मिलीमीटर कम बारिश हुई है। तीन वर्षों में बारिश अपने न्यूनतम स्तर पर है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार सितंबर में भी बहुत अच्छी बारिश की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार अब तक 560 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी। जनपद लगातार मानसून की बेरुखी का सामना कर रहा है। पिछले 10 वर्षों में 2014 और 2017 के बाद 2020 में तीसरा मौका है जब एक जून से 31 अगस्त तक इतनी कम बारिश दर्ज की गई है।