Meerut Weather Forecast: बादलों से घिरा नजर आया आसमान, बूंदाबांदी ने मौसम को किया सुहाना
मेरठ और आसपास बुधवार को हुई झमाझम बारिश के बाद गुरुवार को भी सुबह से ही आसमान पर काले घने बादल नजर आए। बाद में रिमझिम का दौर शुरू हो गया।
मेरठ, जेएनएन। Meerut Weather Forecast रिमझिम बारिश से बुधवार को जनपद वासियों ने सुकून का अहसास किया। वहीं गुरुवार की सुबह भी आसमान पर काले घने बादल नजर आए और कुछ देर के लिए बूंदाबांदी भी हुई। गुरुवार को दिन में भी बारिश की संभावना बनी है। अगले दो दिनों तक मौसम के सुहाना बने रहने के आसार हैं। लंबे समय से मानसूनी बारिश की बाट जोह रही धरा भी प्रफुल्लित नजर आई। बुधवार को मध्यम बारिश हुई पर लंबे समय तक इसका दौर चलने के कारण फसलों और भूगर्भ जल के लिए यह अमृत के समान मानी जा रही है। मंगलवार रात से चला बारिश का दौर बुधवार की शाम तक रुक-रुक जारी रहा। मौसम विशेषज्ञों ने गुरुवार को भी अच्छी बारिश की संभावना जताई है। मेरठ के साथ-साथ आसपास के जिलों अच्छी बारिश हो रही है।
उमस और गर्मी से मिला छुटकारा
पिछले कई दिनों से बादल घिर-घिर कर आ रहे थे लेकिन बारिश की दृष्टि से वह खाली थे। उमसभरी गर्मी के तेवरों से लोग बेहाल थे। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मानसून की अक्षीय रेखा राजस्थान से आगे बढ़ते हुए उत्तर में पंजाब और हरियाणा पर पहुंच रही है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण आद्र्र हवाएं एनसीआर और पश्चिम उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों पर अपनी आमद दर्ज करा रही हैं। इन सब कारणों से मानसून में तेजी आई है।
बारिश का क्षेत्र काफी व्यापक
कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने बताया कि बुधवार को हुई बारिश का क्षेत्र काफी व्यापक है। मेरठ में ही नहीं दिल्ली और गाजियाबाद में समूचे क्षेत्र में अच्छी बारिश दर्ज की गई है। अगले 48 घंटों में बारिश का दौर जारी रहेगा। मेरठ में शहरी इलाकों में 18.8 मिलीमीटर बारिश हुई। सुबह के समय कंकरखेड़ा, मोदीपुरम और दौराला क्षेत्र में बारिश की तीव्रता अधिक रही। मोदीपुरम में शाम तक 24.9 मिलीमीटर बारिश हुई। डा. एन सुभाष ने बताया कि गुरुवार को 23 से 25 और शुक्रवार को 20 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है।
दिन और रात के तापमान में केवल एक डिग्री का अंतर
मानसूनी बारिश के समूचे मेरठ को आगोश में लेने से मौसम पूरी तरह बदल गया। बुधवार को मौसम किस कदर सुहाना रहा इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दिन का अधिकतम तापमान 27.3 डिग्री था, वहीं न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस था। इससे दिन और रात का अंतर मिटता हुआ जान पड़ा। हाईवे पर वाहनों की लाइटें दोपहर में भी जलती रहीं।
आरटीओ में हुआ जलभराव
बारिश से जगह-जगह जलभराव हो गया। आरटीओ कार्यालय का मैदान तालाब बन गया। इससे लाइसेंस और अन्य कार्यकलापों के लिए आने वाले लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।