Move to Jagran APP

Meerut Weather Forecast: कोहरे के बीच सर्दी के साथ सुबह की शुरुआत, लगातार गिर रहा तापमान

प्रदूषण और ठंड दोनों से सामना करना पड़ रहा है। मेरठ और आसपास के जिलों में इनदिनों कोहरे ने दस्‍तक दे दी है। सर्दी लगातार बढ़ रही है। दिन में तापमान में भी गिरावट देखी जा रही है। कुछ स्‍थानों पर स्‍माग भी आ रहा है।

By Prem BhattEdited By: Published: Thu, 12 Nov 2020 06:47 AM (IST)Updated: Thu, 12 Nov 2020 06:47 AM (IST)
Meerut Weather Forecast: कोहरे के बीच सर्दी के साथ सुबह की शुरुआत, लगातार गिर रहा तापमान
गुरुवार को मेरठ और आसपास के कुछ क्षेत्रों में स्‍माग देखा गया।

मेरठ, जेएनएन। Meerut Weather Forecast मेरठ और आसपास के जिलों में इनदिनों कोहरे ने दस्‍तक दे दी है। सर्दी लगातार बढ़ रही है। दिन में तापमान में भी गिरावट देखी जा रही है। कुछ स्‍थानों पर स्‍माग भी आ रहा है। गुरुवार को भी सुबह की शुरुआत तेज सर्दी के साथ हुई। दिन में तापमान में भी अंतर आना शुरू हो गया है। बुलंदशहर और बागपत में स्‍माग के कारण प्रदूषण के हालात बने हुए हैं। बदलते मौसम के बीच सेहत का ध्‍यान रखना भी जरूरी है। यहां सुबह और शाम को कोहरा नजर आने लगा है। इसके साथ ही खतरनाक संकेत यह है कि स्‍माग के चलते भी हालात बेकाबू हो सकते हैं। सुबह और शाम के तापमान में कमी आ रही है। स्‍माग के साथ प्रदूषण का भी भय सताने लगा है। वहीं दिल्‍ली और आसपास के क्षेत्र में स्‍माग की दस्‍तक ने मेरठ और आसपास के जिलों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। इन क्षेत्रों में स्‍माग नजर आने लगा है। प्रदूषण के चलते हालात अभी और खराब होते नजर आ सकते हैं।

loksabha election banner

प्रदूषण को लेकर हालात गंभीर

सोमवार को दिल्ली समेत आसपास के शहर बुरी तरह प्रदूषण की चपेट में रहे। इसका असर मेरठ तक में रहा और यहां भी दिनभर हवा बेहद खराब के मानकों पर ही बहती रही। हालांकि पिछले एक सप्ताह की तुलना में सोमवार को मेरठ में कुछ सुधार जरूर हुआ और 500 के उच्चतम स्तर को छूने वाला पीएम 2.5 450 तक पहुंचकर ठहरा। सबसे बुरी स्थिति पल्लवपुरम में देखने को मिली। यहां फ्लाईओवर के निर्माण कार्य और इसकी वजह से लगने वाले जाम से स्थिति और दयनीय बनी हुई है। पल्लवपुरम की तुलना में मेरठ के अन्य क्षेत्रों में दिन में कुछ राहत जरूर रही। मंगलवार को भी हालात ऐसे ही बने रहने की संभावना है।

चिकित्‍सक की राय मानें

वायु की गुणवत्ता का यह स्तर सेहत के लिए कतई ठीक नहीं है। सुबह की मार्निंग वाक अगर कर रहें हों तो तत्काल बंद कर दें। पीएम-2.5 के सूक्ष्म कणों में अस्थमा के ट्रिगर्स होते हैं, जिससे दौरा भी पड़ सकता है। सांस के मरीज हमेशा अपने पास इनहेलर रखें। दिक्कत हो तो अपने चिकित्सक से जरूर संपर्क करें।

- डा. वीरोत्तम तोमर, वरिष्ठ छाती एवं श्वांस रोग विशेषज्ञ


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.