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Meerut-Prayagraj Ganga Expressway: मेरठ समेत 11 जनपदों में बंद हुआ जमीन बैनामे का सिलसिला, बिंदुआर जानें अबतक की कार्य- प्र‍गति

मेरठ में जहां तहसील के अधिकांश स्टाफ के कोरोना संक्रमित हो जाने के चलते एक्सप्रेस-वे के लिए किसानों से जमीन के बैनामे करने का काम रूक गया है। वहीं अन्य दस जनपदों में भी बैनामें नहीं हो पा रहे हैं। आइए जानते हैंं.. अबतक के कार्य के बारे में..

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Thu, 29 Apr 2021 09:37 PM (IST)Updated: Fri, 30 Apr 2021 08:46 AM (IST)
Meerut-Prayagraj Ganga Expressway: मेरठ समेत 11 जनपदों में बंद हुआ जमीन बैनामे का सिलसिला, बिंदुआर जानें अबतक की कार्य- प्र‍गति
गंगा एक्‍सप्रेस वे के जमीन के बैमाने में बांधा ।

मेरठ, जेएनएन। उत्‍तर प्रदेश सरकार का महत्वाकांक्षी गंगा एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट भी कोरोना संक्रमण की मार का शिकार हो गया है। मेरठ में जहां तहसील के अधिकांश स्टाफ के कोरोना संक्रमित हो जाने के चलते एक्सप्रेस-वे के लिए किसानों से जमीन के बैनामे करने का काम रूक गया है। वहीं अन्य दस जनपदों में भी बैनामें नहीं हो पा रहे हैं। केवल हरदोई जनपद में इक्का दुक्का बैनामों का सिलसिला जारी है। एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन खरीद का काम जून महीने तक पूरा करने का लक्ष्य है। जिसमें से अभी तक 40 फीसद भी खरीद नहीं हो सकी है।

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मेरठ से प्रयागराज तक जाने वाला 594 किमी लंबा गंगा एक्सप्रेस-वे प्रदेश सरकार जल्द से जल्द बनाकर तैयार करना चाहती है। तभी तो इसके लिए सभी कार्य युद्धस्तर पर किए जा रहे हैं। वर्तमान में एक्सप्रेस-वे के लिए किसानों से सीधे जमीन खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। वहीं दूसरी और इसके निर्माण के लिए कंपनियों से प्रस्ताव मांगे गए हैं। जमीन खरीद का काम जून महीने तक हर हाल में पूरा कर लेने के सख्त निर्देश सभी 12 जनपदों के प्रशासन को दिए गए हैं। उसी का प्रभाव भी है कि जमीन खरीद का काम तेजी से चल रहा था। लेकिन अब यह काम कोरोना संक्रमण का शिकार हो गया है। वह भी केवल मेरठ में नहीं बल्कि सभी 12 जनपदों में। पिछले पांच दिनों से केवल हरदोई को छोड़कर किसी भी जनपद में कोई बैनामा नहीं हो सका है।

मेरठ में तहसील में फैला कोरोना

मेरठ जनपद में गंगा एक्सप्रेस-वे की जमीन खरीद में जुटे लेखपाल, कानूनगो समेत बड़ी संख्या में कर्मचारी अधिकारी कोरोना संक्रमण के शिकार हो गए हैं। जिसके चलते यहां फिलहाल बैनामे नहीं हो रहे हैं। अन्य जनपदों में भी कर्मचारियों के संक्रमित होने के कारण बैनामों का सिलसिला बाधित होना बताया जा रहा है।

40 फीसद भी नहीं खरीद

एक्सप्रेस-वे के लिए जून तक जमीन खरीदकर उपलब्ध करानी है। लेकिन अभी यह कार्य 40 फीसद भी पूरा नहीं हो पाया है। इन हालात में कोरोना संकट इस लक्ष्य को और ज्यादा प्रभावित कर देगा। प्रदेश में 12 जनपदों में कुल 6674 हेक्टेयर जमीन किसानों से खरीद की जानी है। जिसमें से 27 अप्रैल तक 2730 हेक्टेयर जमीन खरीदी गई। मेरठ की बात करें तो 181 हेक्टेयर में से 63 हेक्टेयर जमीन 25 अप्रैल तक खरीदी गई है।

एडीएम प्रशासन एवं नोडल अधिकारी गंगा एक्सप्रेस-वे मदन सिंह गब्र्याल ने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए बैनामा कराने में जुटे तहसील के कर्मचारी, लेखपाल, कानूनगो आदि अधिकारी कोरोना संक्रमण से ग्रसित हैं। इसी कारण यह कार्य प्रभावित हो रहा है। जल्द से जल्द बैनामों का सिलसिला फिर शुरू कराया जाएगा। जमीन खरीद का कार्य निर्धारित समय में ही पूरा होगा।

गंगा एक्सप्रेस-वे की प्रगति

  • 594 किलोमीटर कुल लंबाई
  • 12 जनपदों से गुजरेगा
  • 6674 हेक्टेयर जमीन किसानों से खरीदी जाएगी
  • 2730 हेक्टेयर अभी तक हुई खरीद
  • 181 हेक्टेयर मेरठ में खरीदी जाएगी जमीन
  • 63 हेक्टेयर की हुई खरीद  

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