Move to Jagran APP

मेरठ : इंतजामों की खुली पोल, बारिश में भीग गया 200 कुंतल से अधिक गेहूं

मेरठ में जिम्‍मेदारों की लापरवाही ही कहेंगे कि संसाधन होने के बावजूद मेरठ के मवान में सब्जी मंडी परिसर में पीसीएफ सरकारी गेहूं खरीद केंद्र पर खुले आसमां तले रखा 200 कुंतल से अधिक गेहूं बारिश में भीग गया। अन्य कई स्‍थानों पर ऐसा ही हुआ होगा।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Thu, 20 May 2021 12:20 PM (IST)Updated: Thu, 20 May 2021 12:20 PM (IST)
मेरठ : इंतजामों की खुली पोल, बारिश में भीग गया 200 कुंतल से अधिक गेहूं
मेरठ में लापरवाही के चलते खुले में रखा गेहूं बारिश में भीग गया।

मेरठ, जेएनएन। मौसम विभाग की ओर से कई दिन पहले की गई बारिश की भविष्यवाणी के बावजूद जिम्मेदारों की नींद नहीं टूटी। इससे पर्याप्त संसाधन होने के बावजूद मेरठ के मवान में सब्जी मंडी परिसर में पीसीएफ सरकारी गेहूं खरीद केंद्र पर खुले आसमां तले रखा 200 कुंतल से अधिक गेहूं बारिश में भीग गया। इसके अलावा वहां परिसर में किसानों की गेहूं से लदी ट्रालियां खड़ी करने की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई थी।

loksabha election banner

इंतजामों की खुली पोल

सब्जी मंडी मवाना परिसर में पीसीएफ, यूपी एसएस और खाद एवं रसद विभाग के गेहूं खरीद केंद्र हैं। यहां गेहूं भंडारण के लिए खुले बरामदे हैं, लेकिन लापरवाही पर्याप्त व्यवस्था पर भारी पड़ रही है। ऐसे में मंगलवार से हो रही बारिश ने विभाग के तमाम इंतजामों की पोल खोलकर रख दी। पीसीएफ गेहूं खरीद केंद्र पर अब तक 11 हजार 800 कुंतल गेहूं की खरीद हो चुकी है। लेकिन खुले आसमान के नीचे रखा 200 कुंतल से अधिक गेहूं रातभर भीगता रहा। हद तो यह है कि कि दूसरे दिन बुधवार को भी गेहूं को भीगने से बचाने का प्रयास तक नहीं किया गया। उधर, बुधवार को ट्रैक्टर-ट्राली में लादकर गेहूं लेकर केंद्र पहुंचे किसानों को भी परेशानी उठानी पड़ी। हालांकि किसानों ने अपने स्तर से ही ट्राली पर प्लास्टिक शीट व तिरपाल डालकर गेहूं बचाने के इंतजाम किए थे।

इनका कहना है

परिसर में रखे गेहूं को बारिश से बचाने के लिए तिरपाल से ढक रखा है। जबकि कुछ गेहूं के बोरे बरामदे में रख दिए हैं। श्रमिकों को लगाकर बाहर रखे गेहूं को भी सुरक्षित स्थान पर रखा जाएगा।

- हरेंद्र, प्रभारी पीसीएफ गेहूं खरीद केंद्र, मवाना


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.