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मेरठ : जूनियर डाक्टर से मारपीट पर दो सफाईकर्मी गिरफ्तार, मेडिकल कालेज में जमकर हुई थी तोड़फोड़

मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड में जूनियर डाक्टर और सफाई कर्मचारी के बीच मारपीट के मामले में पुलिस ने चिकित्सक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर दो सफाईकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया। मुकदमा होने के बाद चिकित्सक काम पर लौट आए।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Sun, 02 May 2021 09:09 AM (IST)Updated: Sun, 02 May 2021 09:09 AM (IST)
मेरठ : जूनियर डाक्टर से मारपीट पर दो सफाईकर्मी गिरफ्तार, मेडिकल कालेज में जमकर हुई थी तोड़फोड़
मेडिकल कॉलेज में तोड़फोड़ और जूनियर डाक्‍टर से मारपीट में दो गिरफ्तार। हंगामे के बाद की तस्‍वीर

मेरठ, जेएनएन। मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड में जूनियर डाक्टर और सफाई कर्मचारी के बीच मारपीट के मामले में पुलिस ने चिकित्सक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर दो सफाईकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया। मुकदमा होने के बाद चिकित्सक काम पर लौट आए। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने रूट मार्च किया। ड्यूटी छोड़कर गए सफाईकर्मी भी वापस आ गए।

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एलएलआरएम मेडिकल कालेज के आइसीयू वार्ड-दो में डिग्गी निवासी नदीम शुक्रवार दोपहर सफाई कर रहा था। उसी दौरान एक मरीज ने पेट दर्द होने की बात बोलकर नदीम से चिकित्सक को बुलाने के लिए कहा। नदीम ने जूनियर डाक्टर सुब्रत त्यागी को मरीज के बारे में बताया। इस पर सुब्रत और नदीम की कहासुनी हो गई। आरोप है कि सुब्रत ने चिकित्सक साथी हितेश, निशांत यादव व विशाल चौहान के साथ मिलकर नदीम की पिटाई कर दी। इसके बाद बड़ी संख्या में अन्य सफाईकर्मी कोविड वार्ड के बाहर आ गए, जहां दोनों पक्षों में मारपीट हुई। इंस्पेक्टर मेडिकल प्रमोद गौतम के मुताबिक सुब्रत त्यागी की तहरीर पर नदीम और उसके साथी जावेद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।

चरमराई इमरजेंसी व्यवस्था को प्राचार्य ने संभाला

मेडिकल कालेज की व्यवस्था चरमराई व्यवस्था संभलती नजर नहीं आ रही। शनिवार को जूनियर डाक्टरों ने दो बार हड़ताल की, जिससे प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह को इमरजेंसी में स्वयं ड्यूटी करनी पड़ी। इमरजेंसी मेडिकल अफसर ने फोन बंद कर लिया। दिनभर व्यवस्था पटरी से उतरी रही। उधर, कोविड वार्ड में दो बार आक्सीजन आपूर्ति में बाधा आने से हड़कंप मच गया। प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि सुबह इमरजेंसी वार्ड में एक मरीज की मौत होने से परिजनों ने जूनियर डाक्टरों के साथ हाथापाई कर दी, जिससे मेडिकल स्टाफ धरने पर बैठ गया। पुलिस प्रशासन को सूचना देने के साथ ही नए स्टाफ ने मेडिकल इमरजेंसी को संभाला। ज्यादातर मरीजों को आक्सीजन की जरूरत है, जिनके मैनेजमेंट में स्टाफ सफल नहीं हो पा रहा है। दिनभर अफरा तफरी मची रही। कई परिजन अपने मरीजों को लेकर वहां से निकल गए। दोपहर दो बार कोविड वार्ड में आक्सीजन आपूर्ति का संकट खड़ा हुआ। एक युवक ने वीडियो वायरल कर बताया है कि रोजाना 15 से ज्यादा मौतें हो रही हैं,और यहां आक्सीजन आपूर्ति चेक करने वाला कोई नहीं है। घुटन से कई मरीज घबराकर बैठ गए।

फोर्स के साथ कैंपस में किया रूट मार्च

शुक्रवार देर रात दो बार जूनियर डाक्टर और सफाईकर्मी आमने-सामने आ गए थे। एडीएम सिटी अजय तिवारी और सीओ कोतवाली अर¨वद चौरसिया ने स्थिति को संभाला। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए शनिवार को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने कैंपस में पुलिस फोर्स के साथ रूट मार्च किया। पुलिस बल कालेज में तैनात है।

ड्यूटी पर लौटे चिकित्सक और सफाईकर्मी

मारपीट के बाद जूनियर डाक्टर और सफाईकर्मियों ने हड़ताल की चेतावनी दी थी। इसकी वजह से मरीजों के तीमारदार घबरा गए थे। उन्होंने मेडिकल कालेज के प्राचार्य के दफ्तर के चक्कर काटने शुरू कर दिए थे। देर रात अधिकारियों ने दोनों पक्षों को समझाकर व कोरोना महामारी का हवाला देते हुए उन्हें ड्यूटी पर वापस बुलाने को तैयार कर लिया। शनिवार को चिकित्सक व सफाईकर्मी ड्यूटी पर लौट आए। 


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