Lockdown 3.0: जिलाधिकारी बोले, लॉकडाउन पर मेरठ की जनता नहीं मान रही लिहाजा जरूरी है सख्ती
कोरोना का संक्रमण लोगों के बेवजह घरों से निकलने तथा लॉकडाउन का सख्ती से पालन न हो पाने के कारण फैल रहा है। लिहाजा लोगों को घरों में रखने के लिए सख्ती करना मजबूरी हो गया है।
मेरठ, जेएनएन। Lockdown 3.0 कोरोना वायरस के संक्रमण की कड़ी तोड़ने के लिए साफ सी बात है कि 21 दिन से ज्यादा की एक लंबी अवधि की जरूरत होती है। लेकिन जिला प्रशासन ने इसके लिए सप्ताह में दो दिन का पूर्ण लॉकडाउन करने की घोषणा की है वो भी बीच में दो और तीन दिन का अंतर करके। इसे लेकर तमाम लोग सवाल खड़े कर रहे हैं। उद्योगों की प्रक्रिया बाधित होने की बात भी कही जा रही है, जबकि यह आदेश करने वाले जिलाधिकारी अनिल ढींगरा का कुछ और ही कहना है। डीएम का कहना है कि कोरोना का संक्रमण लोगों के बेवजह घरों से निकलने तथा लॉकडाउन का सख्ती से पालन न हो पाने के कारण फैल रहा है। लिहाजा लोगों को घरों में रखने के लिए सख्ती करना मजबूरी हो गया है।
घरों में रहने की आदत डालनी होगी
लोग अब भी नहीं माने तो दिनों की इस संख्या को और भी ज्यादा कर दिया जाएगा। हमे जनपद की 35 लाख से ज्यादा जनता की फिक्र है। जिलाधिकारी ने कहा कि हमे लोगों को घरों में रहने की आदत डालनी है। उसे से संक्रमण की चेन टूट सकती है। तीन बार लॉकडाउन बढऩे के बाद भी लोग मानने को राजी नहीं है। सरकार सभी गतिविधियों को शुरू करना चाहती है लेकिन तेजी से बढ़ता संक्रमण इसमें बाधा बना है। हमने अभी सख्ती न करके लोगों को सप्ताह में दो दिन पूर्ण रूप से घर के भीतर रहने के लिए तैयार करने की कोशिश की है।
तो संक्रमण खुद ब खुद हो जाएगा कम
इससे लोगों को घरों में रहने की आदत बनेगी और वे बेवजहा घर से निकलना बंद कर देंगे। ऐसा होने पर कोरोना का संक्रमण खुद ब खुद कम हो जाएगा। यदि फिर भी बेवजह सड़कों पर घूमने वाले लोग नहीं मानते हैं तो इस सख्ती को और बढ़ाया जाएगा। यह सप्ताह में तीन, चार से भी ज्यादा दिन की हो सकती है। उद्योगों और उनमें काम करने वाले लोगों के लिए समस्या न हो इसका इंतजाम किया जा रहा है। पूर्ण लॉकडाउन की यह प्रक्रिया फिलहाल आगामी 15 तक तो कम से कम जारी रहेगी।