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मेरठ में महिला दारोगा ने किया था आत्‍महत्‍या का प्रयास, थाना प्रभारी को क्लीन चिट, महकमे पर उठे सवाल

पुलिस चौकी पर एक महिला दारोगा ने दुपट्टे से अपना गला कस कर जान देने का प्रयास किया। आरोप था कि महिला थाना प्रभारी ड्यूटी के नाम पर उत्पीड़न कर रही हैं। इस घटना के पहले भी महिला थाना प्रभारी द्वारा उत्पीड़न किए जाने के कुछ मामले सामने आए हैं।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Thu, 13 May 2021 09:58 AM (IST)Updated: Thu, 13 May 2021 09:58 AM (IST)
मेरठ में महिला दारोगा ने किया था आत्‍महत्‍या का प्रयास, थाना प्रभारी को क्लीन चिट, महकमे पर उठे सवाल
महिला दारोगा ने आत्‍महत्‍या का प्रयास किया था ।

मेरठ, जेएनएन। बिजली बंबा पुलिस चौकी पर एक महिला दारोगा ने दुपट्टे से अपना गला कस कर जान देने का प्रयास किया। उनका आरोप था कि महिला थाना प्रभारी ड्यूटी के नाम पर उत्पीड़न कर रही हैं। इस घटना के पहले भी महिला थाना प्रभारी द्वारा उत्पीड़न किए जाने के कुछ मामले सामने आए हैं। एक महिला सिपाही ने भी कप्तान के सामने पेश होकर खुदकशी की धमकी दी थी। बहरहाल, सीओ की जांच में महिला इंस्पेक्टर को क्लीन चिट दे दी गई है जबकि उत्पीड़न का शिकार महिला दारोगा को दोषी मानते हुए उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया है। इस जांच रिपोर्ट ने महकमे के अंदर ही लोगों को कानाफूसी करने का मौका दे दिया है, लोग तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं।

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बीते दिनों बिजली बंबा पुलिस चौकी पर महिला थाने में तैनात दारोगा अलका चौधरी ने गले में दुपट्टे का फंदा कस कर आत्महत्या का प्रयास किया। आरोप था कि महिला इंस्पेक्टर संध्या वर्मा उनका उत्पीड़न कर रही हैं। बीमार होने के बाद भी जबरन ड्यूटी पर भेजती हैं। दारोगा का आरोप है कि ड्यूटी पर नहीं जाने पर मुकदमा लिखवाने की धमकी दे रही थीं। महिला दारोगा के उत्पीड़न की जांच सीओ रूपाली राय को सौंप गई थी। महिला सीओ की जांच में महिला थाना प्रभारी संध्या वर्मा को क्लीन चिट दे दी गई है जबकि महिला दारोगा अलका को कुसूरवार मानते हुए लाइन हाजिर कर दिया गया है।

कुछ दिन पहले भी एक महिला कांस्टेबल ने कप्तान के सामने पेश होकर महिला थाना प्रभारी पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। तब महिला कांस्टेबल का स्थानांतरण नौचंदी थाने कर दिया गया था। उससे पहले महिला थाने में वसूली का एक वीडियो वायरल हुआ था। उसमें बताया गया था कि महिला थाना प्रभारी को ही वसूली की रकम दी जाती है। तब भी महिला कांस्टेबल पर ही कार्रवाई कर इतश्री कर ली गई है। आइजी और एडीजी के सामने भी महिला थाना प्रभारी की शिकायत जा चुकी है। बहरहाल, एसएसपी अजय साहनी कहते हैं कि सीओ की जांच में महिला थाना प्रभारी का कोई कुसूर नहीं मिला है। इसके चलते उनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। 


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