25 नवंबर को मेरठ महायोजना 2031 का लखनऊ में होगा प्रजेंटेशन
कार्यदायी कंपनी आलमंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड ने एमडीए को महायोजना सौंप दी थी। इसके बाद एमडीए के स्तर पर संशोधन हुआ। अब एमडीए व कंपनी के प्रतिनिधि लखनऊ पहुंचकर 25 नवंबर को प्रजेंटेशन देंगे।
मेरठ, जेएनएन। कार्यदायी कंपनी आलमंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड ने एमडीए को महायोजना सौंप दी थी। इसके बाद एमडीए के स्तर पर संशोधन हुआ। अब एमडीए व कंपनी के प्रतिनिधि लखनऊ पहुंचकर 25 नवंबर को प्रजेंटेशन देंगे। यदि शासन को उसमें कोई कमी नहीं मिली तो उसे शासन जनता के समक्ष रखने की स्वीकृति दे देगा। यदि कमी मिली तो संशोधन के लिए कहा जाएगा, तब उसके बाद जनता के समक्ष रखा जाएगा। सरकार द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दिसंबर में हर हाल में जनता के समक्ष रख दिया जाएगा। जनता के सुझाव व आपत्ति लेकर फिर शासन को जाएगा। यदि शासन ने नए सुझाव व आपत्ति के अनुसार संशोधन को कहा, तभी संशोधन होगा। फिर अंतिम प्रकाशन के बाद उसे एमडीए बोर्ड बैठक में स्वीकृति दे दी जाएगी। फिलहाल वर्तमान में महायोजना 2021 चल रही है। जोकि तब तक लागू रहेगी जब तक नई महायोजना लागू नहीं हो जाती। इसी क्रम में महायोजना पर तेजी से काम चल रहा है।
एमडीए की बोर्ड बैठक अगले सप्ताह : एमडीए की बोर्ड बैठक अगले सप्ताह होगी। इसमें भूमिगत मल्टीलेवल पार्किंग, बागपत रोड लिक मार्ग, चौराहे चौड़ीकरण आदि प्रस्ताव शामिल होंगे। बैठक मंडलायुक्त ने अगले सप्ताह कराने के लिए कहा है। जल्द ही मंडलायुक्त इसके लिए तिथि भी निश्चित कर देंगे।
सिचाई विभाग में अधीक्षण अभियंता दफ्तर के बाहर इंजीनियर्स की नारेबाजी
मेरठ : सिचाई विभाग के सिविल डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने गुरुवार को प्रथम मंडल अधीक्षण अभियंता कार्यालय के बाहर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान जूनियर इंजीनियर्स व सहायक अभियंताओं ने जमकर नारेबाजी की। जनपद अध्यक्ष ई. यासिर अराफात ने बताया कि उप्र के प्रांतीय अध्यक्ष ई. सुधीर पंवार व प्रांतीय महासचिव ई. नितेंद्र श्रीवास्तव के आहवान पर संघर्ष कार्यक्रम के दूसरे चरण में शुक्रवार को सिविल डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के बैनर तले जूनियर इंजीनियर्स व सहायक अभियंताओं ने अधीक्षण अभियंता अमिताभ कुमार के कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई। इससे पहले अधिशासी अभियंता कार्यालय के बाहर थाली कटोरी बजाकर प्रदर्शन किया गया था। इंजीनियर्स ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी। वह क्रमवार संघर्ष करते रहेंगे। यासिर अराफात, ब्रजेश वशिष्ठ, मनीष अग्रवाल, सुभाष धारिया, नीरज कुमार पांडेय व हिमांशु शर्मा आदि जूनियर इंजीनियर्स व सहायक अभियंता मौजूद रहे।