Meerut Lockdown News: महीने से दुकानें हैं बंद, मेरठ के व्यापारियों ने की प्रतिबंध के साथ बाजार खुलने की मांग
कोरोना महामारी के बीच काम धंधा सब बंद है। बाजार बंद हुए करीब एक माह हो चुका है। सरकार भी अपना मंतव्य स्पष्ट कर चुकी है कि उसकी प्राथमिकता यह है कि जीवन सुरक्षित रहे जीविका भी चलती रहे। मेरठ के व्यापारियों ने भी बाजार खोलने की मांग की है।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना महामारी के बीच काम धंधा सब बंद है। बाजार बंद हुए करीब एक माह हो चुका है। सरकार भी अपना मंतव्य स्पष्ट कर चुकी है कि उसकी प्राथमिकता यह है कि जीवन सुरक्षित रहे, जीविका भी चलती रहे। ऐसे में जरूरी हो गया है कि जब कोरोना का ग्राफ अब तेजी से नीचे जा रहा है तो बाजारों को कुछ देर के लिए ही सही, खोला जाए।
सदर सराफा पूरा खुले
सराफा बाजार खुलना चाहिए। प्रशासन चाहे तो 11 या 12 बजे से शाम सात बजे तक अनुमति दे लेकिन व्यापार की अनुमति दी जानी चाहिए। हमारे बाजार में भीड़ नहीं रहती। इसके साथ ही सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी बाजार की दोनों पटरी खुलनी चाहिए।
राजकुमार भारद्वाज, अध्यक्ष, सदर सर्राफा बाजार एसोसिएशन
पहले एक सप्ताह तक छह घंटे खुले बाजार
महामारी के बीच जीविका की राह भी निकालनी है। पूरे एहतियात के साथ आरंभ में एक सप्ताह पूरे समय दुकानें न खोलकर सुबह नौ बजे से दो या चार बजे तक खुलें। इसके बाद जैसी स्थिति बनती है, उस अनुसार निर्णय लिया जाए।
आकाश खन्ना, महामंत्री, आबू लेन व्यापार संघ
प्रतिबंध के साथ बाजार खुले
जैसा पिछले वर्ष लाकडाउन के बाद एक पटरी एक दिन और दूसरी पटरी अगले दिन करते हुए दुकानें खुली थीं, उसी तरह दुकानें खुलें। समय का प्रतिबंध भी लगा सकते है। व्यापारियों को बिजली का बिल, किराया और स्टाफ का खर्च उठाना पड़ रहा है।
मनीष शर्मा, अध्यक्ष, शारदा रोड व्यापार संघ
अब मिलनी चाहिए अनुमति लंबे समय से बाजार बंद होने से व्यापारी और ग्राहक परेशान हैं। बाजार में भीड़ न हो, इसके लिए सुबह 11 बजे के बाद दुकानें खोले जाने की अनुमति दी जा सकती है। मास्क और दो गज की दूरी का पालन करने की जिम्मेदारी व्यापारी और ग्राहक की निर्धारित हो। सुभाष अग्रवाल, महामंत्री, पीएल शर्मा रोड व्यापारी संगठन
हर बाजार खुलने के दिन निर्धारित हो
सरकार को अब बाजार खुलने की अनुमति देनी चाहिए। प्रत्येक बाजार के लिए सप्ताह में दिन निर्धारित किए जा सकते हैं ताकि सड़कों पर भीड़ न हो। एक बाजार की सभी दुकानें खुलें। इससे ग्राहक बंट जाने से दुकानों पर भीड़ नहीं लगती।
आलोक गर्ग, अध्यक्ष, भगत सिंह मार्केट व्यापार संघ
श्रमिक वर्ग के लिए बाजार खुलना जरूरी
दुकानों में काम करने के अलावा एक बहुत बड़ा तबका श्रमिकों का है जो बाजार बंद होने से बेरोजगार हो गया है। उनके लिए परिवार का पालन पोषण बड़ी समस्या है। बाजार खुलेगा तो ऐसे लोगों का गुजर बसर हो सकेगा।
जसबीर सिंह नैयर, अध्यक्ष, लालकुर्ती पैंठ बाउंड्री रोड व्यापार संघ
एक सप्ताह लाकडाउन बढ़ना ठीक
कोरोना कहर अभी थमा नहीं है। व्यापारियों के संक्रमित होने की सूचनाएं अभी भी आ रही हैं। बाजार में मैं स्वयं और कई व्यापारी संक्रमित हो गए थे इसलिए इस माह तक बाजार और बंद रहना उचित है।
किशोर वाधवा, अध्यक्ष सेंटल मार्केट व्यापार संघ