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Young Achievers: ओलंपिक पदक पर टिकी हैं मेरठ से शूटर सौरभ चौधरी की निगाहें, यह हैं अब तक की अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियां

सौरभ चौधरी का प्रदर्शन सब देखते हैं पर उनकी आवाज बहुत कम सुनाई देती है। ऐसा इसलिए क्योंकि वह ज्यादा से ज्यादा समय अपने अभ्यास में लगाते हैं। जकार्ता में हुए एशियन गेम्स में एक से बढ़कर एक अनुभवी निशानेबाजों को पछाड़कर सौरभ ने स्वर्ण पदक पर निशाना साधा था।

By Taruna TayalEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 01:31 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 02:14 PM (IST)
Young Achievers: ओलंपिक पदक पर टिकी हैं मेरठ से शूटर सौरभ चौधरी की निगाहें, यह हैं अब तक की अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियां
मेरठ के अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज सौरभ चौधरी ।

मेरठ, [अमित तिवारी]। एक संत जैसा आचार, व्यवहार व आचरण रखने वाले मेरठ के अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज सौरभ चौधरी की निगाहें अब केवल ओलंपिक के स्वर्ण पदक पर जा टिकी है। उनके खेल प्रदर्शन को देखकर ऐसा एहसास होता है कि वह अपनी हर प्रतियोगिता को सबसे कठिन और सबसे ऊंची प्रतियोगिता मानकर प्रतिभाग करते हैं। तभी तो पिछले सप्ताह दिल्ली में हुए वर्ल्ड कप व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए ट्रायल में शूटर सौरभ चौधरी ने अपने पिछले रिकॉर्ड को ही नहीं बल्कि वर्ल्ड रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया। दिल्ली के डॉ कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में आयोजित ट्रायल में सौरभ चौधरी ने 600 में 590 शॉट लिया। यह सौरभ के 2018 के नेशनल रिकॉर्ड 587 से ज्यादा था। सौरभ का स्कोर 246.9 रहा जो उनके 2019 के राष्ट्रीय प्रतियोगिता के फाइनल में बनाए रिकॉर्ड से 0.5 अधिक था। इतना ही नहीं सौरभ ने अपने प्रदर्शन से 2019 के वर्ल्ड रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया। 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में पिछले साल कोरियाई निशानेबाज किम सोंग गुक ने 246.5 स्कोर किया था। सौरभ का प्रदर्शन दर्शाता है कि वह किसी रिकॉर्ड व अपने प्रतिद्वंदी की परवाह किए बिना केवल और केवल लक्ष्य को ही देखते हैं। उस लक्ष्य में उन्हें अब ओलंपिक का स्वर्ण पदक ही दिखता है।

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साल 2018 में तीन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बने चैंपियन

सौरभ चौधरी का प्रदर्शन सब देखते हैं, पर उनकी आवाज बहुत कम सुनाई देती है। ऐसा इसलिए क्योंकि वह ज्यादा से ज्यादा समय अपने अभ्यास में लगाते हैं। सन 2018 सौरभ के जीवन का महत्वपूर्ण समय था। उस साल जकार्ता में हुए एशियन गेम्स में एक से बढ़कर एक अनुभवी निशानेबाजों को पछाड़कर सौरभ ने स्वर्ण पदक पर निशाना साधा था। उसके बाद आईएसएसएफ की वर्ल्ड चैंपियनशिप सांगवान में हुई थी। यहां भी सौरभ ने दमदार प्रदर्शन किया और स्वर्ण पर कब्जा किया। इसके साथ ही जूनियर वर्ल्ड कप जर्मनी के सुहल में आयोजित हुई थी। इस प्रतियोगिता में सौरभ ने दो बार जूनियर वर्ल्ड कप रिकॉर्ड बनाया। इसके साथ ही एशियन गेम चैंपियन और जूनियर वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद अक्टूबर 2018 में यूथ ओलंपिक चैंपियन भी बन गए थे। 16 साल की आयु में ही सौरभ ने ब्यूनस आयर्स में आयोजित तीसरे यूथ ओलंपिक गेम्स में स्वर्ण पर निशाना साधा था। उनके पीछे रजत पदक जीतने वाले कोरियाई निशानेबाज सौरभ से 7.5 पॉइंट से पीछे था। यूथ ओलंपिक गेम्स में सौरभ ने 10 या उससे अधिक पॉइंट अपने अंतिम नौ शॉट में लिए थे। इस प्रतियोगिता में उन्होंने 244.2 पॉइंट लेते हुए स्वर्ण पदक जीता था।

2019 में वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ हासिल किया ओलंपिक कोटा

फरवरी 2019 में दिल्ली में आयोजित शूटिंग वर्ल्ड कप में सौरभ चौधरी ने एक बार फिर अपने प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया था। इस प्रदर्शन में पहली सीनियर प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हुए सौरभ चौधरी ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया और टोक्यो ओलंपिक कोटा भी अपनी झोली में डाल लिया। इस प्रतियोगिता में सौरभ चौधरी ने 245.0 पॉइंट सूट कर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। पिछला वर्ल्ड रिकॉर्ड 243.6 पॉइंट का था। जिसके अनुसार सौरभ ने हर शॉट में 10.2 पॉइंट लिए थे। उसके बाद से और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सौरभ का प्रदर्शन बेहद सराहनीय रहा है। उनके प्रदर्शन का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि 18 साल के सौरभ के नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 12 स्वर्ण पदक, चार रजत पदक और दो कांस्य पदक हैं। वर्तमान में सौरभ चौधरी की वर्ल्ड रैंक चार है।

कोरोना नामक आपदा को बनाया अवसर

कोविड के कारण पूरी दुनिया स्थिर हो गई। जो जहां था वहीं रुक गया। जनजीवन ठप हो गया। सौरभ चौधरी ने इस आपदा को अवसर में तब्दील कर लिया। जो ओलंपिक गेम्स 2020 में ही होने थे वह 2021 में आयोजित होंगे। सौरभको अभ्यास के लिए करीब 9 महीने मिल गए। वह मेरठ स्थित अपने घर पर रहे और घर में लगे शूटिंग रेंज में हर दिन घंटो निशाना साधते रहे। घर के बाहर बिना वजह घूमना फिरना सौरभ को कभी पसंद नहीं रहा। उन्होंने परिवार के साथ बिताए पलों के अलावा सबसे ज्यादा समय अपनी रेंज के सामने खड़े होकर, उसे देखते हुए, निशाना साधते हुए और अपने प्रदर्शन को निखारते हुए बिताया। सौरभ चौधरी के कोच, गुरु, मार्गदर्शक अमित शेवरॉन का कहना है कि सौरभ चौधरी को दूसरों या अपने रिकॉर्ड से बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। वह हर बार अपने प्रदर्शन को ही पीछे छोड़ने के लिए निशाना साधते हैं। अमित शेवरॉन का मानना है कि सौरभ चौधरी टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के साथ ही आगे और भी ओलंपिक गेम्स में देश का नाम रोशन करेंगे।

इस प्रकार हैं सौरभ कि अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियां

10 मीटर एयर पिस्टल एकल

2018 : युवा ओलंपिक खेल, ब्यूनस आयर्स : स्वर्ण पदक :

स्कोर : 580, अंतिम : 244.2 , युवा वर्ग

2018 : विश्व चैंपियनशिप, चांगवोन : कांस्य पदक : रैंक 8 और बेहतर : 2, स्कोर : 581, फाइनल : 245.5, जूनियर वर्ग

2017 : विश्व चैम्पियमशिप, सुहल : चौथा स्थान : स्कोर : 578, फाइनल : 198.0, जूनियर वर्ग

2019 : विश्व कप फाइनल, पुतिन : छठा स्थान : रैंक 8 और बेहतर : 1, स्कोर : 581, फाइनल : 159.8

2019 : विश्व कप, नई दिल्ली : स्वर्ण पदक, स्कोर : 587, फाइनल : 245.0

2019 : विश्व कप, म्यूनिख : स्वर्ण पदक, स्कोर : 586, अंतिम : 246.3

2019 :विश्व कप, रियो डी जनेरियो : कांस्य पदक, स्कोर : 584, अंतिम : 221.9

2018 : आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप, सुहल : स्वर्ण पदक, स्कोर : 583, अंतिम : 243.7

2016 : आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप, गबाला : 10वां स्थान, स्कोर: 565

2018 : एशियाई चैंपियनशिप, कुवैत सिटी : रैंक 8 और बेहतर : 5 : स्वर्ण पदक : स्कोर : 576, अंतिम : 239.8 जूनियर वर्ग

2017 : एशियाई चैंपियनशिप, वाको सिटी : स्वर्ण पदक, स्कोर : 573, फाइनल : 243.1, युवा वर्ग

2019 : एशियाई चैंपियनशिप, दोहा : रजत पदक, स्कोर : 583, अंतिम : 244.5

2016 : एशियाई चैंपियनशिप, तेहरान : रजत पदक, स्कोर : 572, फाइनल : 195.8 जूनिर वर्ग

2019 : एशियाई चैंपियनशिप, ताओयुआन : चौथा स्थान, स्कोर : 587, अंतिम : 198.8

2018 : एशियाई खेल, जकार्ता : स्वर्ण पदक, स्कोर : 586, फाइनल : 240.7

10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम

2018 : विश्व चैंपियनशिप, चांगवोन : कांस्य पदक, स्कोर : 761, फाइनल: 407.3 जूनिर वर्ग

2019 : विश्व कप फाइनल, पुटियन : रजत पदक, स्कोर : 389, फाइनल : 13.0

2019 : विश्व कप, म्यूनिख : स्वर्ण पदक, स्कोर : 591, फाइनल : 17.0

2019 : विश्व कप,नई दिल्ली : स्वर्ण पदक, स्कोर : 778, फाइनल : 483.4

2019 : विश्व कप, बीजिंग : स्वर्ण पदक, स्कोर : 482, फाइनल : 16.0

2018 : आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप, सुहल : पदक, स्कोर : 767, फाइनल : 478.9 जूनियर वर्ग

2019 : एशियाई चैंपियनशिप, दोहा : रजत पदक, स्कोर : 387, फाइनल : 10.0


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