मेरठ : आयकर विभाग भेज रहा नोटिस, पढ़िए क्यों की जा रही है ई-मेल देखने की अपील
Income Tax Department आयकर विभाग की ओर से असेसमेंट के दौरान आयकर दाताओं को समय-समय पर ई-मेल से सूचना भेजी जा रही है। रिटर्न में आ रही भिन्नता को लेकर आयकर विभाग ई-मेल से संबंधित करदाताओं को नोटिस भेज रहा है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Income Tax Department आयकर विभाग में फेसलेस योजना के तहत बगैर आयकर अधिकारियों के चक्कर लगाए रिटर्न दाखिल करने से लेकर रिफंड की सुविधा दी गई है। इसमें आयकर विभाग की ओर से असेसमेंट के दौरान आयकर दाताओं को समय-समय पर ई-मेल से सूचना भेजी जा रही है। रिटर्न में आ रही भिन्नता को लेकर आयकर विभाग ई-मेल से संबंधित करदाताओं को नोटिस भेज रहा है। इसमें बहुत से आयकरदाता इनकम टैक्स के ईमेल को नहीं देख रहे हैं। या जानबूझकर आयकर विभाग के ई-मेल का जवाब नहीं दे रहे हैं।
अफसरों ने की यह अपील
ऐसे में आयकर विभाग संबंधित करदाताओं को फिजिकल नोटिस भी भेजने लगा है। मेरठ सर्किल में पिछले एक महीने में करीब दो सौ लोगों को डाक के माध्यम से नोटिस भेजा जा चुका है। इसके अलावा बहुत से आयकर दाताओं के वहां इनकम टैक्स इंस्पेक्टर नोटिस लेकर पहुंच रहे हैं। आयकर विभाग के शीर्ष अधिकारियों ने करदाताओं से अपील की है कि वह ई-मेल को चेक करते रहें क्योंकि सभी सूचनाएं ईमेल के माध्यम से ही भेजी जा रही हैं। विभाग की ओर से अभी दावा किया गया है कि रिफंड के मामले में अब आयकर दाताओं को विभाग का चक्कर काटने की जरूरत नहीं है। बहुत से करदाताओं को 24 घंटे के भीतर ही रिफाइंड किए गए हैं।
हर खर्च पर निगरानी रख रहा है विभाग
आयकर विभाग में फैसलेस स्कीम शुरू होने से आयकर विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली भी बदल गई है। आयकर विभाग के पास हर स्रोतों से लोगों के खर्च करने की जानकारी मिल रही है। डेबिट, क्रेडिट, ऑनलाइन खरीदारी, बैंक से लेनदेन, होटल, रेस्टोरेंट में खाना खाने से लेकर महंगे गिफ्ट, आईफोन की खरीद-फरोख्त, कैपिटल गेन आदि सभी सोर्स की जानकारी आयकर विभाग के अधिकारी संग्रहित कर रहे हैं। जिसमें कर चोरी के मामले को आसानी से पकड़ा जा सकेगा।