मेरठ : आइआइटी, आइआइएम डिजाइन करने वाली कंपनी बनाएगी मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का मास्टर प्लान
Major Dhyanchand Sports University मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय के लिए कंसल्टेंट कंपनी का चयन कर लिया गया है। मास्टर प्लानिंग व डिजाइनिंग करने वाली दिल्ली की कंपनी डीडीएफ कंसल्टेंट्स प्रा. लि.का चयन किया गया है। जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Major Dhyanchand Sports University मेरठ के सरधना के सलावा में लगभग 700 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रहे प्रदेश के पहले मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए मास्टर प्लानिंग व डिजाइनिंग करने वाली दिल्ली की कंपनी डीडीएफ कंसल्टेंट्स प्रा. लि.का चयन किया गया है। इस क्षेत्र में देश की 10 बड़ी सर्वश्रेष्ठ कंपनियों में शुमार डीडीएफ को बड़े संस्थानों के अति विशिष्ट डिजाइन तैयार करने के लिए कई बार पुरस्कृत किया जा चुका है। सोमवार को लखनऊ में लोनिवि अधिकारियों ने पांच कंपनियों का पावरप्वाइंट प्रजेंटेशन देखने के बाद यह निर्णय लिया।
कई शिक्षण व मेडिकल विवि तैयार कर चुकी कंपनी
डीडीएफ कंसल्टेंटस ने आइआइटी पालक्कड़, आइआइएम ओडिशा, एनआइएफटी शिलांग, केंद्रीय विश्वविद्यालय गया, कृषि विश्वविद्यालय भागलपुर, रांची विश्वविद्यालय, कश्मीर हिमाचल प्रदेश व झारखंड में मेडिकल कालेज आदि का मास्टर प्लान व डिजाइन तैयार किया है। बुलंदशहर व लखीमपुर खीरी में निर्माणाधीन मेडिकल कालेज की प्लानिंग और डिजाइनिंग भी इसी कंपनी ने की है।
हाकी वालीबाल से लेकर खो-खो व मलखंब तक
36.98 हेक्टेयर जमीन में विश्वविद्यालय का निर्माण विश्व स्तरीय तकनीक से होगा। यहां ओलिंपिक खेल जैसे-हाकी, वालीबाल, ट्रैक एंड फील्ड, शूटिंग रेंज, जैवेलिन थ्रो, भारोत्तोलन व कुश्ती आदि के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी। भारत के परंपरागत खेल मलखंब, खो-खो आदि के प्रोत्साहन के लिए भी प्रशिक्षण होगा।
गंगनहर में होगा राफ्टिंग और रोविंग का प्रशिक्षण
खेल विवि में अत्याधुनिक टर्फ मैदानों के साथ ओलंपिक साइज स्विमिंग पूल, साइक्लिंग ट्रैक भी होंगे। गंगनहर में नौकायन, रोविंग व राफ्टिंग जैसे जलीय खेलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। विवि परिसर में प्रशासनिक भवन, शैक्षिक भवन, छात्र हास्टल, प्राध्यापकों व कर्मचारियों के लिए आवास भी बनाए जाएंगे।
40 आर्किटेक्ट और 17 आइआइटीयन संभालते हैं काम
डीडीएफ के निदेशक अमित बोस, सौरभ चंद्रा व शोभित चौहान संस्था का पूरा काम देखते हैं। अमित बोस आइआइटी रुड़की के पूर्व प्राध्यापक हैं। संस्था के पास 40 अनुभवी आर्किटेक्ट व 17 आइआइटीयंस हैं।