मेरठ : नकली नोट बनाने वालों पर लगा गैंगस्टर, पुलिस ने दो लाख रुपये के साथ पकड़ा था
पुलिस अब नकली नोटों का धंधा करने वालों पर सख्त नजर आ रही है। मेरठ में ऐसे ही दो आरोपितों पर गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की गई है। दोनों के पास से दो लाख रुपये के नकली करेंसी बरामद की गई थी। इन्हें कार्रवाई करते हुए जेल भी भेजा था।
मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ में कबाडिय़ों, सटोरियों के बाद अब नकली नोट बनाने वालों पर गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस ने उनके पास से दो लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए थे। एक आरोपित बुलंदशहर तो दूसरा सरधना का रहने वाला है। फिलहाल दोनों ही जमानत पर बाहर चल रहे हैं।
दोनों को भेजा था जेल
टीपीनगर थाना पुलिस ने गत नवंबर को वेदव्यासपुरी से बुलंदशहर के ककोड़ निवासी सुशील और सरधना के समरपुर सुरानी निवासी श्रीकांत को गिरफ्तार किया था। उनके पास से करीब दो लाख रुपये के नकली नोट के साथ ही 50 हजार रुपये के असली नोट भी बरामद हुए थे। उनकी निशानदेही पर पुलिस को प्रिंटर, कागज और अन्य उपकरण भी मिले थे। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया था।
गैंगस्टर के तहत कार्रवाई
थाना प्रभारी रघुराज सिंह ने बताया कि आरोपितों ने लाकडाउन के दौरान लाखों रुपये के नकली नोट चला दिए थे। वह हाईवे के किनारे, गांव-देहात और मलिन बस्तियों में ही नोट खपाते थे। दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। फिलहाल वह जमानत पर हैं। दोनों के खिलाफ गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की गई है।
दोगुने नकली नोट देते थे
आरोपितों ने पूछताछ में बताया था कि यदि किसी ने 50 हजार रुपये दिए तो उसे एक लाख रुपये के नकली नोट दिए जाते थे। इसके अलावा भी उन्होंने कई बार नकली नोट चलाए थे।
बैंक खाता होगा सीज
मोदीपुरम : ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र निवासी गैंगस्टर शरद गोस्वामी का बैंक खाता जल्द ही सीज होने वाला है। जांच अधिकारी पल्लवपुरम इंस्पेक्टर ने अपनी ओर से दस्तावेज बैंक मैनेजर को सौंपे दिए हैं। खाते में 44 लाख रुपये जमा हैं। पुलिस की जांच में 44 लाख रुपये गैरकानूनी तरीके से कमाई गई रकम पाई गई है, जिसे जब्त कर सरकार के खाते में ट्रांसफर किया जाएगा। पल्लवपुरम इंस्पेक्टर देवेश शर्मा ने बताया कि शातिर बदमाश शरद गोस्वामी पर कंकरखेड़ा थाने में गैंगस्टर की कार्रवाई हुई थी। सीओ दौराला ने इसकी जांच उन्हें सौंप थी।
गैर कानूनी तरीके से रकम जमा कराई
जांच के दौरान इंस्पेक्टर पल्लवपुरम को फेज-वन की सर्विस रोड स्थित आइसीआइसीआइ बैंक में शरद गोस्वामी का खाता होने की जानकारी मिली थी। उन्होंने बैंक पहुंचकर खाते की जांच की तो शरद गोस्वामी के खाते में 44 लाख रुपये मिले। इसके बाद इंस्पेक्टर ने जांच से जुड़ी रिपोर्ट और प्रार्थना पत्र बैंक मैनेजर को सौंप दिया, जिससे गैंगस्टर का खाता सीज कराया जा सके। जांच में यह भी प्रकाश में आया है कि बैंक में जमा रकम गैर कानूनी तरीके से कमाई गई है। इंस्पेक्टर का कहना है जल्द ही खाता सीज कर सारी रकम जब्त कर सरकार के खाते में ट्रांसफर की जाएगी। गैंगस्टर के अन्य बैंकों में भी खातों का पता किया जा रहा है।