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Meerut Development Plans: ऐसा क्या नया हो कि आकर्षक दिखे मेरठ, प्राइवेट कंपनी करेगी सर्वे

मेरठ में अब ऐसा क्या नया हो ताकि यह ऐसा बदले कि आकर्षक दिखे। सुविधाजनक हो और अच्छे शहरों की फेहरिस्त में शामिल हो जाए। ऐसा बताने के लिए प्राइवेट कंपनी अध्ययन करेगी। इसे सिटी डेवलपमेंट प्लान नाम दिया गया है। कंपनी पूरे प्राधिकरण क्षेत्र का सर्वे करेगी।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Thu, 24 Jun 2021 09:54 AM (IST)Updated: Thu, 24 Jun 2021 09:54 AM (IST)
Meerut Development Plans: ऐसा क्या नया हो कि आकर्षक दिखे मेरठ, प्राइवेट कंपनी करेगी सर्वे
मेरठ के विकास के लिए प्राइवेट कंपनी करेगी सर्वे। प्रतिकात्‍मक चित्र

मेरठ, जेएनएन। शहर व आसपास के सरधना, हस्तिनापुर जैसे नगर कैसे उन्नत हों। उद्योग में आगे बढ़ें या पर्यटन में। मॉल जैसे बाजार की जरूरत है या मंडी की। चौराहों की जरूरत है या सड़क के चौड़ीकरण की। पुस्तकालय बने या बस स्टैंड। परिवहन निगम की बसों का चक्कर बढ़ाया जाए या फिर टेंपो स्टैंड की जरूरत है। निवेश कैसे आकर्षित किया जाए और कोई प्रोजेक्ट मेरठ को किस तरह से बदलेगा। यानी मेरठ में अब ऐसा क्या नया हो ताकि यह ऐसा बदले कि आकर्षक दिखे। सुविधाजनक हो और अच्छे शहरों की फेहरिस्त में शामिल हो जाए। ऐसा बताने के लिए प्राइवेट कंपनी अध्ययन करेगी।

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इसे सिटी डेवलपमेंट प्लान नाम दिया गया है। कंपनी पूरे प्राधिकरण क्षेत्र का सर्वे करेगी। विभागों से आंकड़े लेगी। सरकारी योजनाओं का अध्ययन करेगी। एक्सप्रेस-वे, रैपिड रेल, हाईवे समेत सभी सड़कों का एलाइनमेंट देखेगी। उद्योग से लेकर अस्पताल और कालेज देखेगी। सभी विभागों की क्षमता और उसके संसाधनों को परखेगी। इसके बाद सभी के लिए अलग-अलग योजना बनाकर देगी कि कौन-सा विभाग नया क्या करे ताकि बदलाव दिखाई दे। फिर इन योजनाओं पर जिला स्तर से व शासन स्तर से बजट की मांग की जाएगी।

शासन के निर्देश पर बनवाया जा रहा है प्लान : शासन के प्रमुख सचिव आवास की ओर से कुछ चुनिंदा शहरों के लिए सिटी डेवलपमेंट प्लान तैयार करने का निर्देश जारी हुआ है। इसी तरह से सिटी डेवलपमेंट प्लान अयोध्या समेत कुछ अन्य शहरों के लिए भी तैयार हो रहा है।

10 कंसल्टेंट ने प्रोजेक्ट पर की वचरुअल मीटिंग

सिटी डेवलपमेंट प्लान को लेकर एमडीए की ओर से कंसल्टेंट आमंत्रित किए गए थे। बिड में भागीदारी से पहले कंसल्टेंट ने इस पर चर्चा की मांग रखी थी। बुधवार को वीसी मृदुल चौधरी, सचिव प्रवीणा अग्रवाल, सीटीपी इश्तियाक अहमद आदि की मौजूदगी में कंसल्टेंट के साथ वार्ता हुई। इसमें कंसल्टेंट की ओर से बात रखी गई कि बिड की शर्त के मुताबिक 22 सप्ताह में अध्ययन व योजना बनाकर देनी है, लेकिन इतने कम समय में यह संभव नहीं है। 


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