Meerut Coronavirus News Update: मेरठ गिर रहा कोरोना का ग्राफ, पर जरा सी लापरवाही घातक साबित होगी
Meerut Coronavirus News मेरठ में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राजकुमार ने बताया कि हालांकि कोरोना का आंकड़ा गिर रहा है। लेकिन अभी पूरी तरह से सावधानी बरतनी होगी जरा सी भी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। 24 घंटे में मेडिकल में कोई मौत नहीं हुई है।
मेरठ, जेएनएन। Meerut Coronavirus News मेरठ में लंबे समय बाद कोरोना का आंकड़ा सौ के नीचे पहुंचा। शुक्रवार को 4548 सैंपल की जांच में संक्रमण की दर 2.17 फीसद मिली। दो मरीजों की मौत भी हुई है। सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि जिले में कोरोना का आंकड़ा गिर रहा है। हालांकि जरा सी भी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। उन्होंने बताया कि 838 सैंपल की जांच प्रतीक्षा में है। 120 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। अब तक 9358 लोग ठीक होकर घर पहुंच गए। 781 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। उधर, मेडिकल कालेज के चिकित्साधीक्षक डा. तरुण पाल ने बताया कि 98 मरीज भर्ती हैं। इनमें 36 आक्सीजन पर रखे गए हैं। पिछले 24 घंटे में मेडिकल में कोई मौत नहीं हुई है।
42 दिन कोविड वार्ड में रहकर डिस्चार्ज
मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड में मरीज के भर्ती रहने को लेकर नया रिकार्ड बना। 55 साल का एक मरीज शुक्रवार को 42 दिन पूरा कर डिस्चार्ज हुआ। इससे पहले अप्रैल में एक मरीज 32 दिन बाद डिस्चार्ज हुआ था। कोविड वार्ड के प्रभारी डा. सुधीर राठी ने बताया कि मरीज पहले आइसीयू में रहा। फिर दूसरे आइसीयू में भेजा गया। उसकी रिपोर्ट निगेटिव नहीं आ रही थी। वहीं शरीर आक्सीजन नहीं मेंटेन कर पा रहा था। मरीज की रिपोर्ट रिकार्ड 40 दिन बाद निगेटिव आयी।
मेडिविन अस्पताल को प्रशासन ने भेजा नोटिस
गढ़ रोड स्थित मेडिविन अस्पताल को लापरवाही पर जिला प्रशासन ने नोटिस भेजा है। दो दिन पहले परीक्षितगढ़ का एक मरीज अस्पताल में भर्ती हुआ। सांस फूलने की वजह से उसे आक्सीजन दी गई। थोड़ी देर बाद अस्पताल ने मरीज को घर भेज दिया। बाद में मरीज ने घर पर दम तोड़ दिया। जांच हुई तो वह कोरोना पाजिटिव पाया गया। सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि सांस का मरीज होने के बावजूद अस्पताल ने उसे मेडिकल कालेज नहीं भेजा। यह बड़ी लापरवाही है। प्रशासन ने दो दिन पहले तीन मौतों का विश्लेषण किया। इसमें मेडिविन अस्पताल की लापरवाही पर स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस भेजा है। महामारी एक्ट के उल्लंघन में अस्पताल का लाइसेंस निरस्त हो सकता है।