Meerut Coronavirus: मेरठ मेडिकल में भर्ती 21 फीसद कोविड मरीज गंवा चुके हैं जान Meerut News
Meerut Coronavirus प्रदेश के अन्य मेडिकल कालेजों से ज्यादा मेरठ में मौत की दर। 21 फीसद मरीजों की जान चली गई जबकि 40 फीसद मरीजों को आक्सीजन पर रखना पड़ा। दो माह से प्रति सप्ताह जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या कम हो रही है।
मेरठ, जेएनएन। मेडिकल कालेज में प्रदेश के अन्य कोविड केंद्रों की तुलना में मौत की दर सबसे ज्यादा रही। 21 फीसद मरीजों की जान चली गई, जबकि 40 फीसद मरीजों को आक्सीजन पर रखना पड़ा। दो माह से प्रति सप्ताह जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या कम हो रही है, लेकिन सुधार में लंबा वक्त लगेगा। हालांकि मरीजों की जान बचाने पर खास फोकस किया गया, जिसका परिणाम भी नजर आया है। सीए योगी ने आइसीयू बेड बढ़ाने के लिए कहा है। उधर, एनसीआर मेडिकल कालेज में सौ बेडों का नया कोविड वार्ड बनने जा रहा है।
मेडिकल कालेज के कोविड प्रभारी डा. सुधीर राठी ने बताया कि एक दिसंबर तक की तस्वीर शासन को भेजी गई थी, जिसमें अंतिम दो सप्ताहों में क्रमश 19 और 15 मरीजों की मौत हुई। उससे पहले हफ्तों में आंकड़ा 11 और नौ मरीजों के मरने का था। प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है कि मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड में अत्याधुनिक आइसीयू, वेंटीलेटर, हाई फ्लो नेजल कैनुला व अन्य उपकरण हैं। बताया कि पहले मरीजों के इलाज में देरी होती थी, जिससे उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ी। लेकिन अब मरीजों को तत्काल अटेंड किया जा रहा है। सांस फूलने वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है, जिनकी छाती का एक्स रे, डी-डाइमर, सी रिएक्टिव प्रोटीन व आयरन समेत कई महत्वूपर्ण टेस्ट कर लिए जाते हैं, जिससे मौतों की दर पर काबू लगा। डा. धीरज बालियान ने बताया कि चार से दस नवंबर के बीच सात दिनों में 68 मरीज भर्ती थे, जबकि अगले ही सप्ताह नए मरीजों की संख्या 112 हो गई। 18-24 नवंबर में 126 पहुंचा। हालांकि अब गिरावट आने लगी है। 25 नवंबर से एक दिसंबर के बीच 98 मरीजों की भर्ती हुई।