मेरठ में नहीं थम रहा कोरोना, अब मवाना में सीएचसी के दो एंबुलेंस कर्मी समेत 20 नए मरीज मिले
Meerut corona update मेरठ में कोरोना के मामले थम नहीं रहे हैं। हालांकि डाक्टर भी लगातार लोगों को आगाह कर रहे हैं। सोमवार को यहां मवाना में दो एंबुलेंस कर्मचारियों सहित कोरोना के बीस नए मामले सामने आए हैं। सतर्कता बरतना जरूरी है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Meerut corona update मेरठ और आसपास के जिलों में कोरोना के नए मामलों में कमी नहीं आ रही है। इसके मरीज लगातार ही मिल रहे हैं। यहां मवाना में भी कोरोना संक्रमण तेजी के साथ बढ़ रहा है। सोमवार सुबह आई जांच रिपोर्ट में सीएचसी के दो एंबुलेंस कर्मी समेत 20 नए मरीज कोरोना के मिले हैं। इनके स्वजन और संपर्क में आए लोगों के भी सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। मरीजों को होम क्वारंटाइन किए गए जा रहे हैं।
नए मामलों से मचा हड़कंप
सीएचसी मवाना में नगर और क्षेत्र में पाजिटिव केस निरंतर निकल रहे हैं। सोमवार को आई जांच रिपोर्ट में सीएचसी के 102-108 एंबुलेंस दो कर्मचारी समेत 20 नए मरीज निकलने से सीएचसी में हड़कंप मच गया। पाजिटिव मरीजों का आंकड़ा 120 तक पहुंच गया है। सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डा. सतीश भास्कर ने बताया कि मरीजों को होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। इनके स्वजन और संपर्क में आए लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजे जाएंगे।
गांवों में कराया जा रहा टीकाकरण
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. भास्कर ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में भी कैंप लगाकर टीकाकरण कराया जा रहा है। टीकाकरण बढ़ाने में ग्राम प्रधानों का सहयोग लिया जा रहा है।
चिकित्सकों ने भी किया आगाह
मौसम में आए बदलाव से लोग सर्दी, जुकाम व बुखार की चपेट में तेजी से आ रहे हैं। घर में एक से अधिक लोगों को बुखार होने पर कोविड की जांच जरूर कराएं। सामान्य सर्दी-जुकाम के साथ कोरोना वायरस का संक्रमण हो सकता है। वहीं, घर में अगर कोई बुजुर्ग दिल, उच्च रक्तचाप, मधुमेह या किसी अन्य गंभीर समस्या से ग्रसित है तो समय पर कोरोना की पहचान जरूरी है। क्योंकि ऐसे लोगों के लिए संक्रमण घातक हो सकता है। बच्चों में कोरोना संक्रमण होने पर उच्च बुखार रहने पर चिकित्सक से जरूर संपर्क करें।
- डा. अमित उपाध्याय, बाल रोग विशेषज्ञ
कोरोना की नई लहर बेहद तेज लेकिन हल्के लक्षणों वाली है। संक्रमण की तस्वीर अगले कुछ दिनों में साफ होगी। बुखार तेज और देर तक चले तो निमोनिया का खतरा बनता है। ऐसे मरीजों को तत्काल डाक्टर से संपर्क करना चाहिए। छह मिनट चलकर फिर शरीर में आक्सीजन का स्तर नापें। मास्क जरूर पहनें। बाहर निकलने से बचें। संभव है कि नई लहर माहभर में खत्म हो जाए।
- डा. वीरोत्तम तोमर, सांस एवं छाती रोग विशेषज्ञ