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मेरठ में नहीं थम रही कोरोना की रफ्तार, 930 नए मरीज मिले, एक महिला की भी मौत

Meerut Corona News Update मेरठ और आसपास के जिलों में अभी भी कोरोना के केसों की रफ्तार बढ़ी हुई है। इस समय मेरठ में सक्रिय मरीजों की संख्या 8280 हो गई है। वहीं ऐसा भी माना जा रहा है कि यह वायरल कुछ कमजोर हो सकता है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 07:24 AM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 08:49 AM (IST)
मेरठ में नहीं थम रही कोरोना की रफ्तार, 930 नए मरीज मिले, एक महिला की भी मौत
Meerut Coronavirus Update मेरठ में कोमार्बिड मरीजों पर ही वायरस का असर।

मेरठ, जागरण संवाददाता। कोरोना मरीजों की संख्या कई दिनों बाद एक हजार से नीचे आई। सोमवार को 7643 सैंपलों की जांच में 930 में संक्रमण की पुष्टि हुई, वहीं कंकरखेड़ा की कैंसर पीडि़त 58 साल की महिला की मौत हुई है। वो निजी अस्पताल में भर्ती थीं। मेडिकल कालेज में 25 मरीज भर्ती हैं।

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8280 है सक्रिय मरीज

मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि संक्रमण कमजोर पड़ रहा है। सोमवार तक जारी रिपोर्ट के मुताबिक 8241 मरीज होम आइसोलेशन में हैं, जबकि सक्रिय मरीजों की संख्या 8280 हो गई है। मेडिकल कालेज के कोविड प्रभारी डा. धीरज राज बालियान ने बताया कि 80 बेडों का कोविड वार्ड संचालित है, जिसमें 25 मरीज भर्ती हैं। दो मरीज वेंटिलेटर पर हैं, जबकि पांच आक्सीजन सपोर्ट पर रखे गए हैं। डाक्टर ने बताया कि ये सभी मरीज कोमार्बिड हैं।

ये जनवरी बनाम वो जनवरी

जनवरी 2021 में कोरोना संक्रमण तकरीबन खत्म हो गया था, जब पूरे माह में 1.21 लाख सैंपलों में 0.4 प्रतिशत की दर से सिर्फ 537 मरीज मिले थे। कोरोना मार्च के बाद भड़का। वहीं, जनवरी-2022 में एक लाख सैंपलों की जांच में 8.5 प्रतिशत की दर से 8719 मरीज मिले हैं।

पांच दिन बाद ही तस्वीर होगी साफ

चिकित्सा विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना की लहर कमजोर पडऩे की बात कहना जल्दबाजी होगी। कम से कम पांच दिन और देखना होगा। नई दिल्ली एवं मुंबई में केस कम होने से नए संकेत उभरे हैं।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

कोरोना का नया वैरिएंट कमजोर है। यह सिर्फ सामान्य फ्लू बनकर रह गया है। थकान, हल्का बुखार, और गले में दर्द इसका खास लक्षण है। कोविड की वजह से शरीर में आक्सीजन कम नहीं हो रही है, फिर भी आक्सीमीटर से जांच करते रहें। दर्द निवारक एवं एंटीबायोटिक दवाएं बेवजह न खाएं।

- डा. अमित अग्रवाल, सांस एवं छाती रोग विशेषज्ञ


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