मेरठ : शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन पर दर्ज हो मुकदमा, एडीजी दफ्तर पहुंचे मुस्लिम समाज के लोग
मेरठ में मुस्लिम समाज के लोग शुक्रवार को एडीजी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी पर मुस्लिम समाज को लज्जित करने और धार्मिक ग्रंथ में फेरबदल कराने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग रखी।
मेरठ, जेएनएन। कारी शफीकुर रहमान के नेतृत्व में मुस्लिम समाज के लोग शुक्रवार को एडीजी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी पर मुस्लिम समाज को लज्जित करने और धार्मिक ग्रंथ में फेरबदल कराने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग रखी। आरोप लगाया कि मुसलमानों की धार्मिक पुस्तक कुरआन ए मजीद की कुछ आयतों को बिना किसी आधार और तर्क के फेरबदल करने का प्रयास किया जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने लगाया था जुर्माना
शिया समाज के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि वसीम रिजवी ने पूर्व में भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को निरस्त करते हुए वसीम रिजवी पर 50 हजार रुपये का आर्थिक जुर्माना लगाया था। आरोप लगाया कि वसीम रिजवी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद न्यायालय की अवहेलना कर रहा है। लगातार बयानबाजी कर मुसलमानों की भावनाओं को आहत पहुंचाई गई है।
भावनपुर थाने में मुकदमा दर्ज की मांग
एडीजी कार्यालय पर ज्ञापन देने में शामिल अहमदपुरा अब्दुल्लापुर निवासी सैय्यद असद रजा नकवी ने तहरीर देते हुए भावनपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराने की मांग रखी है। ज्ञापन के साथ उस पत्र की प्रतिलिपि भी संलग्न करते हुए सौंपी गई, जिसे वसीम रिजवी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। एडीजी कार्यालय पर कारी शफीकुर रहमान, कारी मौ. अफ्फान कासमी, असद रजा नकवी, वसीम अहमद, वसीम नकवी, फैज आलम व शाहनावज खान आदि मौजूद रहे।