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औषधीय लकड़ी दिलाएगी शुगर से छुटकारा

गणेश स्तुति में भगवान गणेश को मधुमेह नाशक फलों का सेवन करने वाला कहा गया है। पौराणिक ग्रंथों में लिखा है कि डायबिटिज (शुगर) हजारों साल पुरानी बीमारी है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Nov 2020 06:00 AM (IST)Updated: Sat, 14 Nov 2020 06:00 AM (IST)
औषधीय लकड़ी दिलाएगी शुगर से छुटकारा
औषधीय लकड़ी दिलाएगी शुगर से छुटकारा

मेरठ, जेएनएन। गणेश स्तुति में भगवान गणेश को मधुमेह नाशक फलों का सेवन करने वाला कहा गया है। पौराणिक ग्रंथों में लिखा है कि डायबिटिज (शुगर) हजारों साल पुरानी बीमारी है। दर्जनों फल एवं प्राकृतिक जड़ी-बूटिया इसके उपचार में कारगर मिली हैं। पंचकर्म से भी शरीर के विषाक्त पदार्थ निकाले जा सकते हैं। विजयस्वार की लकड़ी से बने बर्तन में पानी पीने से इंसुलिन रिसेप्ट सक्रिय हो जाते हैं। इससे शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है। विश्व मधुमेह एवं आयुर्वेद दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुर्वेद को भारत की विरासत बताते हुए दुनिया के लिए बड़ी उम्मीद बताया।

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शुगर है सबसे घातक बीमारी

बिगड़ती जीवनशैली से भारत शुगर के मरीजों की राजधानी बन चुका है। तनाव, परिश्रम की कमी, मोटापा, विषाक्त खानपान एवं अन्य वजहों से शुगर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। शुगर की वजह से मरीजों की आंख एवं किडनी खराब हो जाती हैं। हार्ट एवं ब्रेन अटैक का रिस्क कई गुना बढ़ जाता है। लंबे समय तक एलोपैथिक दवाएं लेने से लिवर एवं अन्य अंगों को नुकसान पहुंचता है। दूसरी ओर आयुर्वेद में दर्जनों सुरक्षित दवाएं हैं। यह ना केवल शुगर को नियंत्रित रखती हैं, बल्कि तनाव एवं हार्ट की बीमारी के खतरे को भी कम करती हैं। शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होने से व्यक्ति अन्य रोगों से भी बच जाता है।

नीला पानी बना संजीवनी

आयुर्वेदाचार्यो का कहना है कि विजयस्वार की लकड़ी के ग्लास गाधी आश्रमों में मिलते हैं। इनमें रातभर पानी रखकर पीने से इंसुलिन की प्रक्रिया सुधरती है। लकड़ी के ग्लास में पानी रखने से पानी नीला हो जाता है। यह भी कारगर है। विजयस्वार की 10 ग्राम लकड़ी को पानी में उबालकर सुबह-शाम लेने से शुगर कम हो जाती है।

यह हैं कारगर इलाज

शुगर में दर्जनों प्रकार की औषधिया कारगर हैं। किरायता, मेथी, करेला, नीम, इंद्रयव, आंवला, एलोवेरा, हल्दी, दालचीनी, गुड़मार, तुलसी, जामुन बीज का समान मात्रा में मिलाकर जूस बनाएं। इसे रोजाना एक-एक गिलास पीने से शुगर नियंत्रित होगी। सभी अंगों की ताकत बढ़ती है। पंचकर्म और शिरोधारा से भी शुगर नियंत्रित होती है।

डा. मेघा सरोहा, एसोसिएट प्रोफेसर, महावीर आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज शुगर में इंसुलिन के रिसेप्टर कमजोर हो जाते हैं। इससे आयुर्वेद से ताकतवर बनाया जा सकता है। विजयस्वार की लकड़ी के ग्लास में पानी पिएं। यह रिसेप्टर ठीक रखता है। इससे एलोपैथिक डोज कम होने लगती है। विरेचन थेरपी से शरीर का विष दूर होने से एक बार में ही शुगर में सौ अंकों की गिरावट आ सकती है।

डा. आलोक शर्मा, आयुर्वेदाचार्य, आइआइएमटी


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