मेजर आशीष ने बढ़ाई एईएन की 'विरासत'
रिमाउंट वेटनरी कोर (आरवीसी) कॉलेज में चल रही घुड़सवारी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
मेरठ,जेएनएन। रिमाउंट वेटनरी कोर (आरवीसी) कॉलेज में चल रही घुड़सवारी प्रतियोगिता में गुरुवार को हुए दो इवेंट के फाइनल में मेजर आशीष मलिक गोल्डन ब्वॉय बने। आरवीसी स्थित आर्मी इक्वेस्ट्रियन नोड यानी एईएन में ट्रेनिंग कर रहे मेजर आशीष मलिक ने सीसीआइ वन स्टार इंट्रो में अपने घोड़े विरासत के साथ दमदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। वहीं ओपन इवेंटिंग नोविस व प्री-नोविस में भी मेजर आशीष मलिक ने अपने घोड़े अभय के साथ दमदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। सीसीआइ वन स्टार इंट्रो में दूसरे स्थान पर भी आर्मी इक्वेस्ट्रियन नोड के दफेदार शातनु कुमार और गुलफाम रहे। तीसरे स्थान पर भी आर्मी नोड के लास दफेदार पी. विश्वनाथ और अरमान की जोड़ी विजेता रही। चौथे स्थान पर आर्मी सप्लाई कोर के सिपाही सिद्धार्थ रंगा और गबरू की जोड़ी विजेता रही।
इवेंटिंग में भी आशीष-अभय का जलवा
ओपन इवेंटिंग की प्रतियोगिता में एईएन के मेजर आशीष मलिक और अभय की जोड़ी प्रथम रही। दूसरे स्थान पर एईएन के नायब रिसालदार जितेंद्र सिंह व वेलोसिटी की जोड़ी ने रजत पदक जीता। तीसरे स्थान पर आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज के रिसालदार मेजर राजपाल सिंह व अश्रि्वनी की जोड़ी और चौथे स्थान पर 61 कैवेलरी के दफेदार मोहम्मद अबरार व अजीम की जोड़ी विजेता रही। घुड़सवारी प्रतियोगिता में टीम के तौर पर आरवीसी सेंटर स्थित आर्मी इक्वेस्ट्रियन नोड की अल्फा टीम प्रथम रही। 61 कैवेलरी की टीम द्वितीय रही और आरवीसी के आर्मी इक्वेस्ट्रियन नोड की चार्ली टीम तीसरे स्थान पर विजेता रही। समापन समारोह में आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज के कमाडेंट मेजर जनरल अनिल कुमार ने सभी विजेताओं को मेडल पहनाकर पुरस्कृत किया।
अब नेशनल में दिखेगा घुड़सवारों का दम
इस प्रतियोगिता के बाद आरवीसी में एक से 15 मार्च तक राष्ट्रीय घुड़सवारी प्रतियोगिता होगी। इक्वेस्ट्रियन फेडरेशन ऑफ इंडिया यानी ईएफआइ की ओर से आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में दमदार प्रदर्शन के लिए राइडर्स कड़ी मेहनत कर रहे हैं। आरवीसी सेंटर में भी आर्मी इक्वेस्ट्रियन नोड के राइडर्स की ट्रेनिंग इंग्लैंड से आई कोच सामंथा करा रही हैं। इसके अलावा भी सिविल राइडर्स अपने-अपने क्लबों में कड़ी तैयारी कर रहे हैं। मार्च में होने जा रही नेशनल घुड़सवारी प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में सेना की सभी टीमें और देशभर के क्लब हिस्सा लेने मेरठ आएंगे। इस प्रतियोगिता से ही घोड़ों की रेटिंग तय होती है और उन्हें वन-स्टार और टू-स्टार स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए प्रमाणित किया जाता है। इसी प्रदर्शन के आधार पर ही घुड़सवारों को भी सत्र 2020-21 के लिए आर्मी इक्वेस्ट्रियन नोड के लिए चयनित किया जाएगा।
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प्रतियोगिता खत्म, प्रशिक्षण शुरू
आर्मी इक्वेस्ट्रियन नोड में अंतरराष्ट्रीय स्तर की घुड़सवारी की ट्रेनिंग दिलाई जा रही है। इस बाबत ईएफआइ की ओर से घुड़सवारी सीजन में एक या दो अंतरराष्ट्रीय कोच को आरवीसी में आमंत्रित किया जाता है। इस कड़ी में इन दिनों इंग्लैंड की कोच सामंथा घुड़सवारों को ट्रेनिंग दे रही हैं, जिसका असर इस प्रतियोगिता के रिजल्ट में भी देखने को मिला। प्रतियोगिता के दौरान सामंथा ने एईएन के हर राइडर के प्रदर्शन को देखने के साथ ही वीडियो भी रिकॉर्ड किया। प्रतियोगिता के बाद बधाई देने के साथ ही उन्होंने सभी राइडर्स को बिना कोई आराम दिए शाम को ही ट्रेनिंग के लिए तैयार रहने को कहा। सभी राइडर्स ने भी बिना आराम की इच्छा व्यक्त किए दोपहर तीन बजे ट्रेनिंग करने पहुंच गए। नेशनल प्रतियोगिता तक सामंथा की ट्रेनिंग जारी रहेगी।