नायडू मुठभेड़ कांड की मजिस्ट्रेट जांच शुरू, दो माह पूर्व कुख्यात नायडू को मुठभेड़ में मारा था Meerut News
दो माह पूर्व ही डेढ़ लाख के इनामी शिवशक्ति नायडू को पुलिस ने मुठभेड़ में मारा था। अब इसके इंकाउंटर की मजिस्ट्रेट जांच कराई जाएगी।
मेरठ, जेएनएन। डेढ़ लाख के इनामी शिवशक्ति नायडू मुठभेड़ कांड की मजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी गई है। दो माह पूर्व पुलिस ने दिल्ली के अंबेडकर नगर निवासी कुख्यात नायडू को कंकरखेड़ा क्षेत्र में मुठभेड़ में मार गिराया था।
ऐसे किया था इंकाउंटर
गत 18 फरवरी को दिल्ली-देहरादून हाईवे पर शिवशक्ति नायडू गैंग ने कार लूटी थी। इसके बाद बदमाश कंकरखेड़ा के आर्क सिटी कालोनी स्थित मकान में छिप गए थे। पुलिस ने मकान की घेराबंदी की तो बदमाशों ने फायरिंग कर दी, पुलिस की जवाबी फायरिंग में इनामी बदमाश नायडू मारा गया था। उसका साथी भाग निकला था, जिसे पुलिस ने कुछ दिन बाद मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। नायडू की पत्नी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत कर मुठभेड़ पर सवाल उठाया था।
आयोग ने एसएसपी अजय साहनी को मुठभेड़ की जांच कराने के निर्देश दिए। एसएसपी ने डीएम अनिल ढींगरा से मजिस्ट्रेट जांच की संस्तुति की। डीएम ने अब एडीएम सिटी अजय तिवारी को इसकी मजिस्ट्रेट जांच कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं। नायडू ने दिल्ली के एसीपी की मेरठ में हत्या करने की प्लानिंग की थी। उसने कंकरखेड़ा में साथी तिलकराज की भी पैसे के विवाद में हत्या कर दी थी।