Maa Shakambhari Devi State University : सहारनपुर में आज वर्षों बाद साकार होगा विश्वविद्यालय का सपना
सहारनपुर मंडल के शामली सहारनपुर और मुजफ्फरनगर जिलों में चौधरी चरण सिंह विवि मेरठ के 11 एडेड नौ राजकीय और दो सौ सेल्फ फाइनेंस कालेज आते हैं। सहारनपुर विवि के निर्माण से 77 हजार 342 स्टूडेंट सीधे तौर पर मां शाकंभरी देवी विवि में आ जाएंगे।
सहारनपुर, अश्वनी त्रिपाठी। Maa Shakambhari Devi State University गंगा तथा यमुना के दोआब में बसे जनपद सहारनपुर ने उच्च शिक्षा की एक पौध लगाने का ख्वाब संजोया था। मकसद् था कि सहारनपुर में विश्वविद्यालय बनेगा तो युवा पीढ़ी को सहज उच्च शिक्षा दिलाई जा सकेगी लेकिन वर्षों बीत गए। सहारनपुर से गुजर रही यमुना से न जाने कितना पानी बह गया। कई सियासी दलों की सरकारें बनीं, लेकिन जिले में विश्वविद्यालय पर विचार तक नहीं हुआ। अब योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में वर्षों पुराना यह ख्वाब परवान चढऩे लगा।
घटेगा सीसीएसयू का बोझ
सहारनपुर में राज्य विवि की स्थापना से उच्च शिक्षा के नए द्वार ही नहीं खुलेंगे, बल्कि नौ जिलों में एक हजार कालेजों के बोझ से दबी चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी को भी राहत मिलेगी। सीसीएसयू के खाते से तीन जिलों के 27 प्रतिशत कालेज और 30 प्रतिशत छात्र नवनिर्मित विश्वविद्यालय में शिफ्ट हो जाएंगे।
विस्तार किया जाएगा
सहारनपुर मंडल के शामली, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर में मेरठ विवि के 11 एडेड, नौ राजकीय और दो सौ सेल्फ फाइनेंस कॉलेज आते हैं। इन कालेजों में 77 हजार 342 स्टूडेंट हैं। सहारनपुर विवि के निर्माण से 77 हजार 342 स्टूडेंट सीधे तौर पर मां शाकंभरी देवी विवि में आ जाएंगे। कुलपति सम्मेलनों में पहले कई बार सहारनपुर विवि को बनाने की मांग उठी, लेकिन सहारनपुर में राज्य विवि को मंजूर नहीं कराया जा सका। वेस्ट यूपी के इन नौ महत्वपूर्ण जिलों में 1965 के बाद कोई एफिलिटिंग स्टेट यूनिवर्सिटी नहीं बनी। 1965 में आगरा विवि से काटते हुए चौ.चरण सिंह यूनिवर्सिटी (मेरठ यूनिवर्सिटी) की स्थापना की गई थी। कुछ वर्षों में पहले नोएडा में गौतमबुद्ध विवि की स्थापना हुई, लेकिन यह कैंपस विवि है।