लखनऊ से भोपाल फिर मुंबई, अब गोवा पहुंचा शातिर हैकर
शहर के एक बड़े कारोबारी के दो बैंक खातों को हैक कर एक करोड़ 18 लाख रुपये निकालने वाले हैकर की गर्दन तक पहुंचने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। बुधवार को भी एएसपी क्राइम सतपाल कई घंटे तक हैकर की लोकेशन लेते रहे। लोकेशन से पता चला है कि आरोपित हैकर तीन सितंबर की सुबह लखनऊ में था। दोपहर में मुंबई और शाम के समय गोवा पहुंच गया।
मेरठ : शहर के एक बड़े कारोबारी के दो बैंक खातों को हैक कर एक करोड़ 18 लाख रुपये निकालने वाले हैकर की गर्दन तक पहुंचने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। बुधवार को भी एएसपी क्राइम सतपाल कई घंटे तक हैकर की लोकेशन लेते रहे। लोकेशन से पता चला है कि आरोपित हैकर तीन सितंबर की सुबह लखनऊ में था। दोपहर में मुंबई और शाम के समय गोवा पहुंच गया।
एएसपी क्राइम ने बताया कि उनकी मेरठ में तीन पहलुओं पर जांच चल रही है। इसमें बैंक आफ बड़ौदा के कर्मचारी, जिस कंपनी के खाते से पैसा निकला, उस कंपनी से जुड़ा कोई व्यक्ति और एक मोबाइल प्रदाता कंपनी के कुछ कर्मचारी शामिल हो सकते हैं। उनका कहना है कि इन्हीं तीन स्थानों से हैकर को अंदर की जानकारी मिली और रकम निकाली गई। बुधवार को एएसपी क्राइम ने बताया कि इंस्पेक्टर राजीव सक्सेना के नेतृत्व में चार पुलिसकर्मियों की टीम भोपाल भेजी गई है। जांच में कई हैकर्स के नाम व पते पुलिस को मिले हैं।
टेलीकॉम कंपनियों के कर्मचारियों से पूछताछ
एएसपी ने बिना अनुमति के सिम जारी करने वाली टेलीकॉम कंपनी के दो कर्मचारियों से भी पूछताछ की। उनसे जानकारी मांगी गई कि आखिर सिम कैसे जारी कर दिया। सिम जारी कराने के लिए जो मेल भेजी गई है। उसके स्क्रीन शॉट पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिए है। टेलीकॉम कंपनी संदेह के घेरे में है।
यह है पूरा मामला
कंकरखेड़ा थानाक्षेत्र स्थित सारू सिल्वर एलायल प्रा. लि. कंपनी के दो खातों से हैकर ने एचडीएफसी, एक्सिस, इंडस इंड बैंक के खातों में एक करोड़ 17 लाख 56 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए थे। इस कंपनी के मालिक अभिषेक जैन ने अपने एकाउंटेंट प्रदीप कुमार की तरफ से अज्ञात हैकर्स के खिलाफ सदर बाजार थाने में मुकदमा दर्ज कराया हुआ है।
बैंक और टेलीकॉम कंपनी पर यह खड़े हो रहे सवाल
कंपनी के एमडी अभिषेक जैन ने पुलिस को बताया कि उन्होंने बैंक से नेट-बैंकिंग नहीं ली थी, लेकिन बैंक ने उनकी नेट-बैंकिंग को चालू कर दिया। उन्होंने टेलीकॉम कंपनी को सिम बदलने के लिए कोई रिक्वेस्ट नहीं डाली और कंपनी ने एकाउंटेंट के पुराने सिम को रिजेक्ट करके दूसरा सिम किसी दूसरे को जारी कर दिया, जिसे मुंबई से जारी किया गया।
इनका कहना है..
ऑनलाइन रकम निकालने के प्रकरण में एएसपी और उनकी टीम काम कर रही है। कुछ हैकर्स के नाम व उनकी लोकेशन आई है। जल्द ही कामयाबी भी मिलेगी।
- अखिलेश कुमार, एसएसपी।