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लापरवाही : मेरठ में ताबड़तोड़ एफआइआर, विवेचना में सुस्त रफ्तार Meerut News

मेरठ में लॉकडाउन तोड़ने वालों के खिलाफ कोर्ट नहीं पहुंचे हैं मुकदमे। सत्ता पक्ष के दबाव में कुछ मुकदमों में 24 घंटे में हुई कार्रवाई।

By Taruna TayalEdited By: Published: Fri, 15 May 2020 03:49 PM (IST)Updated: Fri, 15 May 2020 11:09 PM (IST)
लापरवाही : मेरठ में ताबड़तोड़ एफआइआर, विवेचना में सुस्त रफ्तार Meerut News
लापरवाही : मेरठ में ताबड़तोड़ एफआइआर, विवेचना में सुस्त रफ्तार Meerut News

मेरठ, जेएनएन। पुलिस ने लॉकडाउन उल्लंघन के मुकदमे तो दर्ज किए लेकिन विवेचना की रफ्तार बेहद धीमी है। प्रदेश में कुल दर्ज 43,421 मुकदमों के सिर्फ दो प्रतिशत मामलों (864) में ही विवेचना पूरी हुई। मेरठ में दर्ज 2305 में से सिर्फ एक मुकदमे में विवेचना पूरी हुई है।

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लॉकडाऊन तोड़ने वालों के खिलाफ यूपी पुलिस ने दो तरह की कार्रवाई की। पहली कार्रवाई में धारा-144 के उल्लंघन पर आईपीसी की धारा 188 के तहत मुकदमे दर्ज किए गए। दूसरी कार्रवाई में धारा-188 समेत 279 व 270 और तीन महामारी एक्ट को भी शामिल किया गया। प्रदेशभर में 25 मार्च के बाद धारा-188 के तहत 15,915 मुकदमे दर्ज किए गए। धारा-188 के साथ अन्य धाराओं में 27,052 केस दर्ज किए गए। सिर्फ धारा-188 के तहत केस दर्ज करने के बाद सक्षम अधिकारी कोर्ट में परिवाद दाखिल कराते हैं। प्रदेश में सिर्फ 864 मामलों में ही प्रदेश में परिवाद दाखिल हुए हैं। जनपद में अभी तक एक मामले में भी परिवाद दाखिल नहीं किया गया। धारा 188 के साथ लगाई अन्य धाराओं में पुलिस को विवेचना पूरी करने के बाद कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल करना होगा। लॉकडाउन उल्लंघन के 27052 मामलों में पुलिस ने अभी तक एक भी चार्जशीट कोर्ट में नहीं भेजी। मेरठ में ऐसे मुकदमों की संख्या करीब 2000 है। अभी तक सिर्फ एक मुकदमे में विवेचना पूरी करने के बाद उसे खत्म कर दिया गया है।

अयोध्या में सबसे ज्यादा केस दर्ज

लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा 3,962 केस अयोध्या पुलिस ने दर्ज किए। अयोध्या में धारा-188 के तहत 3382 जबकि 188 सहित अन्य धाराओं में 580 मुकदमे दर्ज हुए हैं। अयोध्या के बाद सबसे ज्यादा 3,422 केस आजमगढ़ पुलिस ने दर्ज किए हैं। तीसरे नंबर पर मुरादाबाद पुलिस ने 2,775 मामले दर्ज किए हैं। चौथे नंबर पर मेरठ है। यहां 2305 मुकदमे दर्ज किए हैं।

पूर्व डीजीपी ने दाखिल की थी याचिका

यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने प्रदेशभर में लॉकडाउन उल्लंघन के खिलाफ धारा-188 के तहत दर्ज किए जा रहे मुकदमों के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की थी। उन्होंने इस पर सवाल उठाए थे। हालांकि, कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया था।

इन्‍होंने कहा

लॉकडाउन उल्लंघन के सभी मुकदमों में पुलिस आरोप पत्र दाखिल करेगी। सभी को लॉकडाउन का पूरी तरह पालन करना चाहिए।

-अजय साहनी, एसएसपी

एक नजर इन पर भी

2305 लॉकउाउन उल्लंघन के मेरठ में दर्ज मुकदमे

43421 लॉकउाउन उल्लंघन के मेरठ में दर्ज मुकदमे

11454 वाहनों का हुआ मेरठ में चालान।


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